'शीश महल' के दावों की जांच करने दिल्ली सीएम आवास पहुंचे आप नेता, पुलिस ने गेट पर रोका, हुई नोंकझोंक
दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास को लेकर विवाद बढ़ने के बीच बुधवार को सौरभ भारद्वाज और संजय सिंह समेत आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं की बंगले के बाहर तैनात दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ नोकझोंक हो गई।
आप नेताओं ने आज सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास तक मार्च निकाला और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावों का खंडन किया। भाजपा ने मुख्यमंत्री के बंगले को 'शीश महल' बताते हुए दावा किया था कि मुख्यमंत्री के आवास में स्विमिंग पूल और सोने का शौचालय है।
इस बीच, दिल्ली के मंत्री भारद्वाज और सिंह पुलिस द्वारा प्रवेश न दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। बंगले के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ उनकी तीखी बहस भी हुई।
आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा, "भाजपा रोज नए वीडियो और फोटो भेजती थी। आज हम सभी मीडियाकर्मियों के साथ यहां आए हैं। अब भाजपा भाग रही है। तीन लेयर की बैरिकेडिंग लगा दी गई है। उन्होंने वाटर कैनन भी लगा दिए हैं और यहां एडिशनल डीसीपी को तैनात कर दिया है। इसे बॉर्डर में बदल दिया गया है, ताकि मीडिया अंदर न जा सके। हमें दिखाएं कि स्विमिंग पूल और बार कहां हैं। भाजपा कहती है कि सीएम आवास 33 करोड़ रुपये में बना है। यह भी कहा जा रहा है कि पीएम आवास 2700 करोड़ रुपये में बन रहा है। हम सीएम आवास और पीएम आवास दोनों देखेंगे। जनता को दोनों देखने दें।"
इससे पहले भारद्वाज ने भाजपा पर इस मुद्दे से भटकने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें डर है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आवास भी दिखाना पड़ेगा, क्योंकि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री दोनों के आवास करदाताओं के पैसे से बने हैं।
आप नेता ने कहा, "कोविड के दौरान, सीएम आवास और पीएम आवास, दोनों का निर्माण करदाताओं के पैसे से किया गया था। दोनों आवासों को मीडिया के माध्यम से सभी को दिखाया जाना चाहिए। भाजपा ने दावा किया कि सीएम आवास में एक स्विमिंग पूल और एक बार है, अगर ऐसा है तो हमें इसे खोजने दें। भाजपा अब पीछे हट रही है क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें पीएम का आवास भी दिखाना पड़ सकता है। हम अब सीएम आवास जा रहे हैं।"
यह घटना मंगलवार को संजय सिंह द्वारा भाजपा को मीडियाकर्मियों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर आने की चुनौती दिए जाने के बाद हुई है। जब आप नेतृत्व और दिल्ली पुलिस के बीच गतिरोध चल रहा था, तब भाजपा की दिल्ली इकाई ने एक वीडियो पोस्ट कर दावा किया कि यह दिल्ली के मुख्यमंत्री का आवास है।
दिल्ली भाजपा ने एक्स पर कहा, "भ्रष्ट और निकम्मे केजरीवाल के शीशे के महल के गंदे राज अब जनता के सामने हैं। दिल्ली की जनता इस महाठग को पहचान चुकी है। जनता समझ चुकी है कि आम आदमी के रूप में आया यह ढोंगी सिर्फ सत्ता का सुख भोगने वाला एक नाटकबाज है।"
दिल्ली भाजपा ने आगे कहा, "झूठ और धोखा देकर सत्ता में आए केजरीवाल ने राजनीति में प्रवेश करते ही कहा था कि वह बंगला नहीं लेंगे, बल्कि दो कमरों के घर में रहेंगे। उन्होंने हलफनामे बांटे थे। उसी महाठग ने सत्ता में आते ही शीशमहल नामक लूट का अड्डा बनवाया। वह भी तब जब कोरोना जैसी महामारी से त्रस्त दिल्ली एक-एक सांस के लिए संघर्ष कर रही थी।"
आप विधायकों ने भाजपा के दावों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के तौर पर प्रधानमंत्री आवास तक मार्च करने की भी योजना बनाई है।