AAP सुप्रीमो केजरीवाल को मिला लुटियंस दिल्ली का बंगला, दिवाली के आसपास शिफ्ट होने की संभावना
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल दिवाली के आसपास अपने नए आवास 95, लोधी एस्टेट बंगले में चले जाएंगे, बशर्ते तब तक नवीनीकरण का काम पूरा हो जाए। पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इससे पहले, पार्टी ने कहा था कि उन्होंने केंद्रीय आवास आवंटन स्वीकार कर लिया है और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक साल से भी ज़्यादा समय बाद, जल्द ही अपने परिवार के साथ नये बंगले में शिफ्ट हो जायेंगे।
केजरीवाल एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रमुख होने के नाते केंद्र सरकार के बंगले के हक़दार हैं।
आप के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया, ‘‘दिल्ली उच्च न्यायालय की फटकार के बाद केजरीवाल को केंद्र सरकार ने एक आधिकारिक बंगला आवंटित किया है। चूंकि वह एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक हैं, इसलिए वह बंगले के हकदार थे।’’
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के एक अधिकारी के अनुसार, नवीनीकरण पूरा होने के बाद बंगला आवंटी को सौंप दिया जाएगा।
केजरीवाल अपने नये बंगले में कांग्रेस सांसद शशि थरूर के पड़ोसी होंगे। इस बंगले में पहले भारतीय पुलिस सेवा के एक पूर्व अधिकारी रहते थे।
पिछले महीने दिल्ली उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में केजरीवाल को आवास आवंटित करने में देरी के लिए केंद्र की खिंचाई की थी।
केजरीवाल मुख्यमंत्री रहते हुए सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैग स्टाफ रोड आवास में रहते थे।
भाजपा ने इसे दिल्ली में एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था, इस आवास को ‘शीशमहल’ कहा था और कसम खाई थी कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने पर पार्टी से बनने वाले मुख्यमंत्री वहां नहीं रहेंगे।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल आप के राज्यसभा सदस्य अशोक मित्तल को आवंटित सरकारी बंगले में रहने लगे थे।
वर्ष 2022 में दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग द्वारा सिविल लाइंस स्थित बंगले के नवीनीकरण में ‘अनियमितताओं’ के आरोपों की जांच शुरू की।
वर्तमान में, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) दिल्ली विधानसभा में तत्कालीन विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर मामले की जांच कर रहा है जो दिसंबर 2024 में सक्सेना को दी गई थी।