Advertisement
04 March 2025

'औरंगजेब' से हमदर्दी अबू आज़मी को पड़ी भारी; विवादित टिप्पणी देकर फंसे, जीरो एफआईआर दर्ज

औरंगजेब पर उनकी टिप्पणी के संबंध में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी के खिलाफ ठाणे के नौपाड़ा पुलिस स्टेशन में एक शून्य एफआईआर दर्ज की गई है और इसे मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया है।

पुलिस के अनुसार, इसके बाद आज मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में भारत न्याय संहिता की धारा 299, 302, 356(1) और 356(2) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

इससे पहले आज पुलिस ने शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के की शिकायत के बाद वागले एस्टेट पुलिस स्टेशन में आज़मी के खिलाफ बीएनएस धारा 299, 302, 356 (1) और 356 (2) के तहत मामला दर्ज किया।

Advertisement

मरीन ड्राइव क्षेत्र में मीडिया से बातचीत में सपा विधायक अबू आज़मी ने कहा था कि औरंगजेब एक अच्छा प्रशासक था। म्हास्के सोमवार को सपा सांसद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वागले एस्टेट पुलिस स्टेशन पहुंचे।

मीडिया से बात करते हुए म्हास्के ने कहा कि अबू आज़मी को "भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है।"

म्हास्के ने संवाददाताओं से कहा, "अबू आज़मी के खिलाफ़ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्हें भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है। औरंगज़ेब जिसने हज़ारों हिंदू मंदिरों को नष्ट किया, महिलाओं पर अत्याचार किया, छत्रपति संभाजी महाराज को बेरहमी से प्रताड़ित किया, वह देश के खिलाफ़ था, उसने हमारे देश को लूटा। हमारे नेता एकनाथ शिंदे ने आज सुबह ही मांग की है कि उसके खिलाफ़ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। आज हम उसके खिलाफ़ देशद्रोह का मामला दर्ज करने के लिए यहां आए हैं।"

अपनी टिप्पणी पर हंगामा मचने के बाद अबू आज़मी ने औरंगजेब के बारे में अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि मुगल बादशाह ने मंदिरों के साथ मस्जिदों को भी नष्ट किया था।

औरंगजेब के 'हिंदू विरोधी' होने के दावों का खंडन करते हुए आजमी ने कहा कि बादशाह के प्रशासन में 34 प्रतिशत हिंदू थे और उनके कई सलाहकार हिंदू थे। उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोई जरूरत नहीं है।

आजमी ने एएनआई से कहा, "अगर औरंगजेब ने मंदिर तोड़े थे, तो उसने मस्जिदें भी तोड़ी थीं। अगर वह हिंदुओं के खिलाफ होता तो 34 फीसदी हिंदू उसके साथ (उसके प्रशासन में) नहीं होते और उसके सलाहकार हिंदू नहीं होते। यह सच है कि उसके शासन के दौरान भारत सोने की चिड़िया था। इसे हिंदू-मुस्लिम एंगल देने की कोई जरूरत नहीं है।"

सपा विधायक ने आगे कहा कि अतीत में राजाओं द्वारा सत्ता और संपत्ति के लिए किया गया संघर्ष "धार्मिक नहीं था"। आज़मी ने कहा कि उन्होंने "हिंदू भाइयों" के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Aurangzeb, chhatrapati sambhaji maharaj, abu azmi, controversy, Maharashtra
OUTLOOK 04 March, 2025
Advertisement