आतंकी खैरा को पंजाब लाने पर भाजपा-अकाली में ठनी
जालंधर में आपातकाल से संबंधित एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ ने भाषा से बातचीत में कहा कि वह नहीं जानते हैं कि आतंकवादियों को पंजाब क्यों लाया जा रहा है। राज्य सरकार ने इस मसले पर पार्टी से न तो कोई बातचीत की है और न ही भरोसे में लिया है। यह शिरोमणि अकाली दल का अपना निर्णय है। वर्ष 1993 विस्फोट के दोषी भुल्लर के बाद खैरा दूसरा दोषी है जिसे आज पंजाब लाया गया है। भुल्लर को दिल्ली के तिहाड़ जेल से एक जून को अमृतसर लाया गया था और खैरा को कर्नाटक से लाया गया है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मीडिया में यह खबर आई थी कि आतंकी गुरदीप ने बयान दिया है कि पंजाब सरकार ने अगर उसके साथ किसी भी प्रकार की नाइंसाफी की तो पंजाब में सरकार और चरमपंथियों के बीच संघर्ष तेज होगा। इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी। खैरा के इस बयान पर चुघ ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा। केंद्र की सत्ता नरेंद्र मोदी के मजबूत हाथों में है और किसी भी प्रकार से न तो पंजाब का और न ही देश का माहौल खराब होने दिया जाएगा।
आतंकियों को पंजाब लाए जाने के मसले पर भाजपा के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा से भी सवाल किए जा रहे हैं। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों की जेलों में बंद आतंकियों को पंजाब लाने के बारे में कहा है कि वह इस बारे में कुछ नहीं जानते है। आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले जालंधर वासियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह से इतर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा ने प्रदेश भाजपा में गुटबाजी और विभिन्न जेलों में बंद आतंकियों को पंजाब लाये जाने के सवाल पर कहा, मैं किसी भी सवाल का उत्तर दूंगा ही नहीं और यह मेरी मर्जी है कि मैं जवाब दूं या नहीं।