फिर बरसे राहुल गांधी- किसानों के लिए मौत का फरमान है नया कानून
हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयक के खिलाफ गुस्सा अभी भी जारी है। देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी हैं। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। राहुल ने कहा है कि नए कृषि कानून किसानों के लिए मौत का फरमान है।
राहुल गांधी ने राज्यसभा में बिल पास होने के तरीके पर सवाल खड़ा किया। राज्यसभा में बिना विपक्ष की बात सुने कृषि बिल पास होने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि संसद और संसद के बाहर किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। ये सबूत है कि देश में लोकतंत्र मर चुका है।
बता दें कि राहुल गांधी ने अंग्रेजी अखबार की एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें दावा किया गया कि विपक्ष के द्वारा सीट पर खड़े होकर डिविजन की मांग किए जाने के बाद भी उपसभापति हरिवंश ने इसके लिए आदेश नहीं दिया। साथ ही बिना डिविजन के ध्वनि मत से कृषि बिल पास करवा दिया।
हालांकि, उपसभापति की ओर से इसपर सफाई भी जारी की गई, जिसमें उन्होंने मिनट दर मिनट उस पूरे वाक्ये के बारे में जानकारी दी। साथ ही कहा कि मैंने सभी सबूत सामने रख दिए हैं और अब आप खुद ही सच को जान सकते हैं।
कांग्रेस लगातार उपसभापति का विरोध कर रही थी और अविश्वास प्रस्ताव भी लाई थी। वहीं, कृषि बिल की बात करें तो देश के अलग-अलग हिस्सों में इसका विरोध जारी है। सोमवार को दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु और कर्नाटक में किसान फिर सड़कों पर उतरे। दिल्ली में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राजपथ में एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया।
ये हैं नए कृषि कानून
हाल ही में संपन्न मानसून सत्र में संसद ने कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को इन विधेयकों को मंजूरी प्रदान कर दी, जिसके बाद ये कानून बन गए।