राजीव गांधी पर मोदी के बयान पर अहमद पटेल का पलटवार, कहा- शहीद पीएम को गाली देना कायरता की निशानी
राजीव गांधी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर कांग्रेस लगातार आलोचना कर रही है। अब कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी मोदी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि शहीद पीएम को गाली देना कायरता की निशानी है। उन्होंने आरोप भी लगाया कि बीजेपी के समर्थन वाली वीपी सिंह की सरकार ने उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा नहीं दी थी।
'शहीद पीएम को गाली देना कायरता की निशानी’
अमद पटेल ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, 'शहीद पीएम को गाली देना कायरता की निशानी है। उनकी हत्या के लिए कौन जिम्मेदार है? बीजेपी के समर्थन वाली वीपी सिंह की सरकार ने उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा नहीं दी थी। राजीव जी ने नफरत की वजह से जान गवां दी।' अहमद पटेल ने आगे कहा, 'नफरत की वजह से उनकी जान गई। अब हमारे बीच वह बेबुनियाद आरोपों और अपशब्दों का जवाब देने के लिए नहीं हैं।'
राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1’ करार दिया था
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैली के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1’ करार दिया था। उन्होंने कहा था, 'आपके पिता (राजीव गांधी) को उनके दरबारियों ने मिस्टर क्लीन की तरह पेश किया लेकिन उनका जीवन भ्रष्टाचारी नंबर वन के रूप में खत्म हुआ।'
प्रियंका से लेकर राहुल गांधी तक ने की पीएम के बयान की आलोचना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजीव गांधी को एक 'भ्रष्ट' राजनेता कहे जाने के एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को अपने पिता व देश के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री पर हमला करने को लेकर मोदी की आलोचना की।
राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा मोदी जी, लड़ाई खत्म हो गई है। आपका कर्म आपका इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि मेरे खुद के बारे में अपनी आंतरिक सोच को मेरे पिता पर थोपना भी आपको नहीं बचा पाएगा। अंत में राहुल ने लिखा आपको मेरी तरफ से बहुत सारा प्यार।
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट करते हुए कहा, 'शहीदों के नाम पर वोट मांगकर उनकी शहादत को अपमानित करने वाले प्रधानमंत्री ने कल अपनी बेलगाम सनक में एक नेक और पाक इंसान की शहादत का निरादर किया। इसका जवाब अमेठी की जनता देगी, जिनके लिए राजीव गांधी ने अपनी जान दी। हां, मोदी जी ‘यह देश धोखेबाज़ी को कभी माफ नहीं करता'।
कैसे हुई थी राजीव गांधी की मौत
राजीव गांधी की हत्या एक बम धमाके में हुई थी। तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में 21 मई, 1991 को आम चुनाव के प्रचार के दौरान एलटीटीई के एक आत्मघाती हमलावर ने उनकी हत्या कर दी थी। राजीव गांधी जब साल 1991 में चुनाव प्रचार के दौरान श्रीपेरुमबुदूर पहुंचे तो वहां पर रैली से पहले एक आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई। धनुलक्ष्मी नाम की महिला हमलावर ने राजीव गांधी के पैर छूने के बाद खुद को बम से उड़ा लिया था। इस हमले में राजीव गांधी के अलावा 14 और लोगों की जान चली गई थी।