फिर अखिलेश और राहुल के निशाने पर रहे मोदी
अखिलेश और राहुल ने झांसी में सपा और कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित संयुक्त रैली में शिरकत की। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने नोटबंदी करके गरीबों को लाइन में लगाया। इस बार फिर सब लाइन में लगकर भाजपा के खिलाफ मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह पता लग चुका है कि जनता का रख उसके खिलाफ है। विधानसभा चुनाव के तीसरे और चौथे चरण के बाद भाजपा के सभी नेताओं का ब्लड प्रेशर नापना पड़ेगा। प्रधानमंत्री को जब भाषण के दौरान पानी की जरूरत पड़े और पसीना पोछने की जरूरत पड़े तो सोचो कि जनता उनका कितना पसीना निकालेगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने इस मौके पर कहा कि जबसे अखिलेश और उनकी दोस्ती हुई है, तब से मोदी का मूड बदल गया है। पहले उनके चेहरे पर जो मुस्कुराहट होती थी, अब वह गायब हो गयी है। उनको भी पता लग गया है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पाटर्ी और कांग्रेस की सरकार आने वाली है। जिस तरह बिहार विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद मोदी के मुंह से बिहार शब्द नहीं निकला, उसी तरह चुनाव के बाद मोदी के मुंह से 2019 तक उत्तर प्रदेश भी नहीं निकलेगा।
राहुल ने कहा कि प्रदेश को अच्छे दिनों की पिक्चर दिखाने वाले मोदी अब ढाई साल गुजर जाने के बाद शोले फिल्म के गब्बर सिंह की तरह बर्ताव कर रहे हैं और लोगों से कहते हैं कि वह भ्रष्टाचार से लड़ना चाहते हैं, इसलिये तुम्हारी गाढ़ी कमाई के रपयों को कोरे कागज में बदल दिया है। अब जनता इन चुनाव में उनसे बदला लेगी।
अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने सूखे से ग्रस्त बुंदेलखण्ड की मदद के लिये हर सम्भव काम किया है। मोदी बताएं कि उन्होंने खाली वाटर टेन भिजवाकर बुंदेलखण्ड की कौन सी मदद की है। प्रधानमंत्री यहां अगर आते हैं तो वह बताएं कि उन्होंने इस क्षेत्र के लिये क्या किया। राहुल प्रधानमंत्री मोदी पर ज्यादा आक्रामक नजर आये। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपनी 30 दिन की किसान यात्रा के दौरान किसानों ने कर्जमाफी की मांग रखी थी, जब इस बारे में प्रधानमंत्री से कहा गया तो वह खामोश रहे। अब मोदी उत्तर प्रदेश में आकर कहते हैं कि भाजपा को यूपी में चुनाव जिताओ, उसके बाद मैं कर्जा माफ कर दूंगा। मोदी जी आप प्रधानमंत्री हैं, आप कैबिनेट की बैठक बुलाइये और कर्जा माफ कर दीजिये। इसके लिये आपको यूपी का चुनाव जीतने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि मोदी जहां भी जाते हैं, सौदा करते हैं। वह कहते हैं कि मुझे प्रधानमंत्री बनाओ, मैं दो करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा, हर नागरिक के खाते में 15-15 लाख रूपये डालूंगा, लेकिन एेसा नहीं हुआ। मोदी ने 2014 में अच्छे दिन वाली पिक्चर बनायी थी, लेकिन वह सब छलावा साबित हुआ।
इससे पहले, अखिलेश ने बसपा पर हमला करते हुए कहा हम पत्थर वाली सरकार की बात नहीं करना चाहते। क्योंकि वह हमारी बुआ है। मगर उनसे भी सावधान रहना। वह :भाजपा के साथ: तीन बार रक्षाबंधन मना चुकी हैं। क्या पता चौथी बार भी बना दें। अभी पिछले दिनों वह भुाांसी आकर कुछ रिश्ते बताकर गयीं हैं, मगर वह अपना रिश्ता क्यों छुपा गयीं। सपा अध्यक्ष ने राहुल की तरफ इशारा करते हुए कहा जब दो युवा नेता साथ आये हैं, तो हम विश्वास दिलाते हैं कि नौजवानों को रोजगार मिलेगा। हम उन्हें सरकारी नौकरियों में जगह देने के साथ-साथ उनका कौशल विकास करके रोजगार में मदद करेंगे। काम के मामले में तो समाजवादियों ने बहुत कुछ किया है। अब तो कांग्रेस का भी साथ है। उन्होंने कहा कि पूरे बुंदेलखण्ड ने मन बनाया है कि सपा-कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताएंगे। एक बार फिर हमारी सरकार बने।