अमित शाह का राहुल गांधी पर निशाना- हो जाएंगे 1962 से आज तक दो-दो हाथ
गृहमंत्री अमित शाह ने लद्दाख में हुई घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संसद में बहस की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि संसद में बहस करें और 1962 से आज तक दो-दो हाथ हो जाएंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अमित शाह से राहुल गांधी की ओर से हाल ही में चीन के मुद्दे पर पीएम मोदी पर किए गए हमले को लेकर सवाल पूछा गया था। उन्होंने कहा, पार्लियामेंट होनी है, चर्चा करनी है तो आइये, करेंगे। 1962 से आज तक दो-दो हाथ हो जाएं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इस समय एक छिछली सोच वाली राजनीति में शामिल हैं। शाह ने कहा कि चीन के मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं।उन्होंने कहा कि साफ कर दूं कि पीएम मोदी की अगुवाई में भारत दोनों ही लड़ाई जीतने जा रहा है। उनका यह बयान कोरोना और सीमा पर जारी तनाव को लेकर था। उन्होंने कहा कि भारत सरकार कोरोना से बहुत अच्छी से लड़ रही है।
मैं राहुल गांधी को सलाह नहीं दे सकता
अमित शाह ने कहा कि मैं राहुल गांधी को सलाह नहीं दे सकता, यह उनकी पार्टी के नेताओं का काम है। कुछ लोग 'वक्रदृष्टा' होते हैं, उन्हें सीधी बात भी वक्र दिखाई पड़ती है। कोरोना के खिलाफ भारत ने अच्छी लड़ाई लड़ी और दुनिया की तुलना में हमारे आंकड़े बहुत बेहतर हैं।
किस लोकतंत्र की वे बात कर रहे हैं
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि इंदिरा जी के बाद क्या गांधी परिवार के अलावा भी कोई अध्यक्ष रहा है। किस लोकतंत्र की वे बात कर रहे हैं। मैंने किसी कोरोना संकट के समय किसी भी तरह की राजनीति नहीं की है। मैं बीते 10 सालों से 25 जून के दिन ट्वीट करता हूं। उन्होंने कहा कि आपातकाल को लोगों को हमेशा याद रखना चाहिए क्योंकि इसने लोकंतत्र की जड़ों पर हमला किया। किसी भी नागरिक या राजनीतिक कार्यकर्ता को भूलना नहीं चाहिए।
उनके हैशटैग को चीन पाकिस्तान का समर्थन
गृहमंत्री शाह ने कहा कि वो भारत के खिलाफ चलाए जा रहे प्रोपेगेंडा से निपटने में सक्षम हैं लेकिन यह दुख की बात है कि एक बड़ी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कोरोना संकट के समय ओछी राजनीति कर रहे हैं। यह विषय उनके और उनकी पार्टी के लिए फिर से विचार के लिए है। उनके ट्वीटर उनकी ओर से चलाए जा रहे हैशटैग चीन और पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा है।
दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं
शाह ने कहा कि अभी दिल्ली में ऐसी कोई स्थिति (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) नहीं है, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। वहीं दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा कि वह उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कथन से असहमत हैं कि दिल्ली में जुलाई के अंत तक 5.5 लाख केस हो जाएंगे। उनको कहा कि इससे लोगों में भय फैल गया। अमित शाह ने कहा, मुझे पक्का विश्वास है कि ऐसी स्थिति नहीं होगी।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में 350 से ज्यादा शव (कोरोना मरीज) बिना संस्कार के पड़े थे। हमने तय किया कि 2 दिनों के भीतर शवों का अंतिम संस्कार धर्म के अनुसार किया जाएगा। अभी कोई भी शव अंतिम संस्कार के बिना नहीं बचा है।