शिवसेना से शाह नाराज, महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ सकती है भाजपा
भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र में पार्टी कार्यकर्ताओं को यह साफ कर दिया है कि शुक्रवार के अविश्वास प्रस्ताव में शिवसेना की गैरमौजूदगी के बाद 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए शिवसेना के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा।
एनडीटीवी के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा, "हमें 2019 में अकेले लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। आपको अब तैयारी शुरू कर देनी चाहिए ताकि आपके बूथों में 51 प्रतिशत मतदाता भाजपा के लिए मतदान कर सकें।"
रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा प्रमुख ने आगामी चुनावों में अकेले चुनावी मैदान में उतरने के लिए 23-बिंदु योजना साझा की है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं को 'एक बूथ, 25 युवा' फॉर्मूला पर काम करने के लिए कहा गया है। शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य में सभी सोशल मीडिया समूहों को पुनः सक्रिय करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से प्रतिद्वंद्वियों पर नजर रखने और सरकारी योजनाओं और इसके लाभों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पार्टी ने इस विषय पर अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
शुक्रवार को, संसद से अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू करने के कुछ ही घंटों पहले, शिवसेना ने मतदान प्रक्रिया से दूर रहने के अपने फैसले की घोषणा की।
लोकसभा में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाने के लिए शिवसेना ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी सराहना की। पार्टी नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा था, "कांग्रेस अध्यक्ष अब राजनीति के असली स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त कर चुके हैं। यह गले लगना नहीं, बल्कि मोदी के लिए एक झटका था।”