केजरीवाल ने भाजपा की राजनीति और प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों पर आरएसएस प्रमुख भागवत को लिखा पत्र, मांगा जवाब
आम आदमी पार्टी (आप) के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत को बुधवार को पत्र लिखकर भाजपा की राजनीति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यशैली पर किए गए पांच सवालों के जवाब मांगे हैं।
केजरीवाल ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार देश और उसकी राजनीति को जिस दिशा में ले जा रही है वह भारत के लिए हानिकारक है। उन्होंने मोहन भागवत को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘अगर ऐसे ही चलता रहा तो हमारा देश और लोकतंत्र ख़त्म हो जाएगा।’’
अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अपनी पहली सार्वजनिक सभा ‘जनता की अदालत’ में सवाल किया कि क्या संघ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर राजनीतिक दलों को तोड़ने, विपक्षी दलों की सरकारें गिराने और “भ्रष्ट” नेताओं को अपने पाले में करने की भाजपा की राजनीति से सहमत है?
उन्होंने मोहन भागवत से पांच सवाल पूछे, जिनमें एक सवाल यह भी था कि क्या सेवानिवृत्ति की आयु से संबंधित भाजपा का नियम मोदी पर भी लागू होता है, जैसा कि लालकृष्ण आडवाणी पर लागू हुआ था।
केजरीवाल ने एक अन्य सवाल में भागवत से पूछा कि जब भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी को अपने वैचारिक मार्गदर्शक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जरूरत नहीं है, तो उन्हें कैसा लगा?
उन्होंने भागवत को लिखे पत्र में कहा कि हर भारतीय के मन में यह सवाल हैं और मुझे उम्मीद है कि आप इन पर विचार करेंगे और जवाब देंगे।