अशोक गहलोत ने सीएम पद को लेकर दिया बड़ा बयान, सोनिया गांधी के निर्णय को याद किया
राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के रिश्तों पर हर किसी की नज़र है। इस बीच गहलोत ने गुरुवार को कहा कि वह राज्य का शीर्ष पद छोड़ना चाहते हैं लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है और संभवत: छोड़ेगा भी नहीं।
राजस्थान के सीएम और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने दिल्ली में कहा, ''सोनिया गांधी जी के (कांग्रेस) बनने के बाद, उन्होंने पहला निर्णय मुझे मुख्यमंत्री बनाने का लिया। मैं सीएम उम्मीदवार नहीं था, लेकिन उन्होंने मुझे सीएम के रूप में चुना। मैं सीएम पद छोड़ना चाहता हूं, लेकिन यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है और यह मुझे छोड़ेगा भी नहीं।"
#WATCH | "After Sonia Gandhi ji became (Congress) president, the first decision she took was to make me the chief minister. I was not the CM candidate but she selected me as the CM...I want to leave the CM post but this post is not leaving me and it won't leave me also," says… pic.twitter.com/LOBvzYSnPL
— ANI (@ANI) October 19, 2023
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनमें कुछ तो बात होगी कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें तीन बार राज्य का नेतृत्व करने के लिए चुना है लेकिन आगे से नेतृत्व जो भी फैसला लेगा वह सभी को स्वीकार्य होगा।
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, ''जब राजस्थान और राजस्थान की जनता को आपकी जरूरत थी और जब आपको जिम्मेदारी दी गई तो आपकी पार्टी में खींचतान चल रही थी। साढ़े चार साल तक कांग्रेस में खींचतान चलती रही। आपने साढ़े चार साल तक अपनी चिंता की। अब आप चुनाव के लिए एक साथ आए हैं। अगर आप साथ हैं तो सूची क्यों जारी नहीं कर रहे हैं? अब आपका समय चला गया है।"
#WATCH | Jaipur, Rajasthan: BJP MP Rajyavardhan Singh Rathore says, "...When Rajasthan and people of Rajasthan needed you and when you were given responsibility, there was tussle going on in your party... For four and a half years, there was a tussle in Congress... You cared for… https://t.co/4wD6ASo6al pic.twitter.com/QCutsQrasb
— ANI (@ANI) October 19, 2023
गहलोत, जिनकी सरकार को 2020 में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट के नेतृत्व में विद्रोह का सामना करना पड़ा था, ने कहा कि उन्होंने "माफ करो और भूल जाओ" की नीति अपनाई है और आगे बढ़ गए हैं।
सत्ता के लिए सचिन पायलट के साथ खींचतान और आगामी विधानसभा चुनाव के सवाल पर, राजस्थान के सीएम और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा, "हम सभी एकजुट हैं। मैंने (पायलट पक्ष के) किसी भी एक उम्मीदवार का विरोध नहीं किया है।"
#WATCH | On the question of power tussle with Sachin Pilot and upcoming Assembly elections, Rajasthan CM & Congress leader Ashok Gehlot, "We are all united. I've not opposed any single candidate (of Pilot side)" pic.twitter.com/DLxvXalwvk
— ANI (@ANI) October 19, 2023
उन्होंने विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की छापेमारी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे तुरंत रोकने के लिए प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की, क्योंकि आदर्श आचार संहिता लागू है।
उन्होंने चुनाव आयोग से भी हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के टिकट देने पर पार्टी के भीतर कोई मतभेद है, उन्होंने कहा कि कोई मतभेद नहीं है और सभी फैसले सर्वसम्मति से लिए गए हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। माना जा रहा है कि राजस्थान के चुनाव के परिणाम अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी एक तस्वीर सामने रखेंगे।