चुनाव आयोग ने कर्नाटक सरकार को भरोसे में लिए बिना की उपचुनावों की घोषणाः खड़गे
कर्नाटक के तीन संसदीय क्षेत्रों में उपचुनाव की घोषणा को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चुनाव आयोग ने बिना राज्य सरकार को भरोसे में लिए उपचुनावों के तारीखों की घोषणा की।
खड़गे ने आयोग के फैसले की आलोचना करते हुए कहा, 'जो भी उपचुनाव में उम्मीदवार होंगे उन्हें सिर्फ 5-6 महीने के मौजूदा लोकसभा के कार्यकाल के लिए चुनाव का भारी-भरकम खर्च वहन करना होगा।' उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग इसे रोक सकते थे लेकिन उन्होंने पहले भी ऐसा किया है, वो जब चाहते हैं तब चुनाव की तारीखें टाल देते हैं या उसे घोषित समय से पहले कर देते हैं। कुछ क्षेत्र सूखे की चपेट में हैं, कुछ बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं। अब आचार संहिता लागू हो जाने के कारण यहां किसी तरह का काम नहीं हो सकेगा।'
संसदीय क्षेत्रों के उपचुनावों को लेकर कांग्रेस का सवाल
चुनाव आयोग ने शनिवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही कर्नाटक की तीन संसदीय क्षेत्रों शिमोगा, बेल्लारी और मांडया में भी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। इससे पहले कांग्रेस ने आयोग की प्रेस कांफ्रेस टालने को लेकर कहा था कि पीएम को कुछ घोषणा करने के लिए आयोग ने यह फैसला लिया है। पहले भी कई मौके पर कांग्रेस आयोग के फैसलों पर सवाल खड़ा करती रही है। हाल में कमलनाथ की वीवीपैट और मतदाता सूची के सत्यापन की मांग के मामले में आयोग के सुप्रीम कोर्ट में दिए गए जवाब को लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किए थे।