भीमा-कोरेगांव मामला: पत्र में मिला दिग्विजय सिंह का फोन नंबर, कांग्रेस नेता ने दी सफाई
भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच कर रही पुणे पुलिस कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से पूछताछ कर सकती है। पुणे पुलिस के डीसीपी सुहास बावचे का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी, तो हम दिग्विजय सिंह को जांच में जुड़ने के लिए समन भी कर सकते हैं। इस पर दिग्विजय सिंह ने सफाई भी दी है।
पुणे पुलिस के मुताबिक, इस मामले में जून में गिरफ्तार ऐक्टिविस्ट रोना विल्सन को वॉन्टेड नक्सली नेता मिलिंद टेल्टुम्ब्डे ने पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि कई कांग्रेसी नेता हमारी मदद को तैयार हैं। पुलिस के मुताबिक, एक पत्र में दिग्विजय सिंह का फोन नंबर भी मिला है।
'राज्यसभा पोर्टल पर है मेरा नंबर'
एएनआई के मुताबिक, पत्र में फोन नंबर मिलने पर दिग्विजय सिंह ने सफाई देते हुए कहा, 'जिस फोन नंबर का वो जिक्र कर रहे हैं वह राज्यसभा के पोर्टल के जरिए सबके पास है। मैंने इस नंबर का इस्तेमाल पिछले चार सालों से नहीं किया है। अगर मैं किसी भी प्रकार की राष्ट्रविरोधी गतिविधि में शामिल पाया जाता हूं तो मोदी जी, राजनाथ जी और फडणवीस जी मेरे खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं।‘
भाजपा ने पहले भी लगाया था दिग्विजय पर आरोप
डीसीपी सुभाष ने माना कि पुलिस की यह जांच बहुत संवेदनशील और हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि हम इस मामले में सभी ऐंगल से पड़ताल कर रहे हैं। इससे पहले बीजेपी की तरफ से कांग्रेस के इस बड़े नेता पर नक्सल लिंक का आरोप लगाया गया था। दिग्विजय ने बीजेपी के इस आरोप पर तुरंत कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर बीजेपी मुझपर नक्सली होने के आरोप लगा रही है तो सरकार मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं करती? कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें पहले भी देशद्रोही कहा जा चुका है, इसलिए सरकार उन्हें गिरफ्तार करे। बता दें, बीजेपी नेता संबित पात्रा ने आरोप लगाए थे कि दिग्विजय सिंह के कनेक्शन्स नक्सलियों के साथ हैं।
संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस के ऊपर नक्सल लिंक के आरोप लगाए थे। संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह के कथित तौर पर नक्सली कनेक्शन हैं। बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'अगर ऐसा है तो मुझे सरकार गिरफ्तार करे।' उन्होंने कहा, 'पहले देशद्रोही, अब नक्सली। अगर ऐसा है तो यहीं से गिरफ्तार करिए मुझे।'
Bhima Koregaon case:"On basis of probe,some letters were recovered. In those letters,few mobile numbers have been found,we're investigating," says DCP Pune on reports of Digvijaya Singh's number being mentioned in 1 of the letters police seized from arrested activists in the case pic.twitter.com/YY1UsdOJw0
— ANI (@ANI) November 19, 2018