आयकर छापे के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खोला मोर्चा, बोला कार्रवाई संघीय ढांचे पर हमला
छत्तीसगढ़ में आयकर छापे के खिलाफ कांग्रेस की अगुवाई वाली भूपेश बघेल सरकार ने मोर्चा खोल दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में शुक्रवार की शाम को मंत्रियों और कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने राज्यपाल से आयकर विभाग की तरफ से हो रही कार्रवाई को संघीय ढांचे पर हमला और सरकार को अस्थिर करने की कोशिश बताते हुए मदद की मांग की। इसके मद्देनजर कांग्रेस शनिवार को गांधी मैदान में विरोध निकालेगी।
बता दें, आयकर विभाग ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के उपसचिव और कई अन्य नजदीकी लोगों पर शिकंजा कंसा। इससे सरकार के कान खड़े हो गए। जिसके बाद सरकार ने मंत्रियों और अफसरों की बैठक बुलाकर आगे की रणनीति बनाई।
कई रसूखदार अफसरों पर आयकर का छापा
इससे पहले आयकर विभाग ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ के रसूखदार अफसरों और कारोबारियों के घर और दफ्तरों पर छापा मारा था। खबरों के मुताबिक छापे में मिले दस्तावेज के आधार पर शुक्रवार को फिर से कार्रवाई की गई। आयकर विभाग की टीम ने शुक्रवार को दोपहर में मुख्यमंत्री के उप सचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित निवास पर छापा मारा। संभावना जताई जा रही है कि आबकारी विभाग के ओएसडी एपी त्रिपाठी के मकान से मिले दस्तावेजों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री सचिवालय में महत्वपूर्ण कार्य देख रहीं सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित निवास में उनके परिजनों के दरवाजा नहीं खोलने के बाद टीम ने लोकल पुलिस की मदद से अंदर घुसी। घर से बरामदगी को लेकर अब तक कोई भी जानकारी नहीं दी गई है। इसके अलावा भिलाई के कारोबारी अनूप बंसल और विजय के निवास स्थान पर भी छापा मारा गया। आयकर टीम में आधा दर्जन अधिकारी और सीआरपीएफ जवान शामिल थे। वहीं जगदलपुर में भी दो कारोबारियों के ठिकाने पर छापा मारा गया।
रायपुर में 32 ठिकानों पर आईटी और ईडी की रेड
इसके साथ ही रायपुर में लगभग 32 ठिकानों पर आईटी और ईडी की रेड जारी है | खबरों के मुताबिक सरकारी शराब की बिक्री और रेत खदानों से होने वाली अवैध आय के बारे में पुख्ता जानकारी केंद्रीय एजेंसियों को मिलने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है| इसी के मद्देनजर रायपुर के मेयर ऐजाज ढ़ेबर और उनके भाई अनवर ढ़ेबर के ठिकानों पर दबिश की गई | सूत्रों के मुताबिक इन ठिकानों से बड़े पैमाने पर नकद रकम और नामी-बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज प्राप्त हुए है।
नान घोटाला से संबंधित आईएएस के घर छापा
छापे की यह कार्रवाई आईएएस अनिल टुटेजा के आवास और उनकी पत्नी के पार्लर पर भी हुई| अनिल टुटेजा का नाम राज्य के सबसे बड़े नान घोटाले में सुर्खियों में रहा| हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उन्हें घोटाले में झूठा फंसाया गया है। बताया जाता है कि अनिल टुटेजा का सीधा संबंध विवेक ढांड से है | यह भी कहा जाता है कि विवेक ढांड के वैधानिक-अवैधानिक निदेशों को लागू करवाने की जवाबदारी अनिल टुटेजा के कंधों पर है| आबकारी और रेत के ठेको को लेकर अनिल टुटेजा का नाम सुर्ख़ियों में रहा है|
अवधि खत्म होने के बावजूद भी पद पर बने हुए है अधिकारी
कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा रियल स्टेट और होटल के कारोबार से जुड़े है | वे अनिल टुटेजा के काफी करीबी और विश्वासपात्र बताये जाते है| रायपुर के महासमुंद मार्ग पर स्थित होटल लूट महल की खरीदी-बिक्री को लेकर उनका नाम सुर्खियों में रहा| पंडरी स्थित उनके आवास पर दिनभर आयकर अफसरों का तांता लगा रहा। आबकारी विभाग के ओएसडी अरुणपति त्रिपाठी के भिलाई स्थित आवास पर जारी रेड में करोड़ों की नगदी के अलावा डायरी और दो लेपटॉप जब्त होने की खबर है। हालांकि, इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है| जानकारी के मुताबिक एपी त्रिपाठी की प्रतिनियुक्ति अवधि छह माह पूर्व समाप्त हो चुकी है | इसके बावजूद भी वो अपने पद पर बने हुए है| त्रिपाठी मूल रूप से केंद्र सरकार के दूर संचार विभाग के अधिकारी है और लंबे अरसे से आबकारी विभाग में पदस्थ है | बताया जाता है कि आबकारी विभाग से होने वाली अवैध आय का बड़ा हिस्सा उन्होंने अपने कब्जे में रखा था | विदेश भ्रमण और अमेरिका के नीदरलैंड में प्रतिमाह लाखों रूपये भेजे जाने को लेकर भी वे सुर्ख़ियों में रहे। इसके साथ ही खबरों के मुताबिक बीजेपी शासनकाल में त्रिपाठी ने आबकारी विभाग से रकम कमाने के जो गुर सीखे उसे कांग्रेस शासनकाल में अमल में लाया|
डिडेक्टर और खुदाई करने वाली मशीन के साथ पहुंचे अधिकारी
सिविल लाइन में पूर्व चीफ सेक्रेटरी विवेक ढांड के आवास पर शुक्रवार को कई और नए अफसर पहुंचे। उन अफसरों के साथ सुबह-सुबह कुछ कर्मी भी उनके आवास में पहुंचे| उनके हाथों में डिडेक्टर और खुदाई में उपयोग आने वाले यंत्र भी साथ थे| कहा जा रहा है कि तलाशी के लिए अब संदिग्ध स्थलों की खुदाई भी हो सकती है। चार्टर्ड एकाउंटेंट संजय संचेती और कमलेश जैन , कारोबारी अमर साधवानी के साथ ही शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया के यहां भी दबिश जारी है| बताया जा रहा है कि जमीन कारोबारी , पूर्व चीफ सेक्रेटरी और रेरा चेयरमेन विवेक ढांड की संपत्ति संबंधी कई महत्वपूर्ण फाइल सीए कमलेश जैन के ठिकानों से बरामद हुए है। साथ ही रायपुर के कटोरा तालाब स्थित डॉक्टर फरिश्ता नर्सिंग होम पर भी दबिश की कार्रवाई जारी है| इन दिनों मेडिकल कारोबारी और हॉस्पिटल पर आयकर विभाग की तिरछी नजर है| पिछले दिनों से जारी कार्रवाई में कई डॉक्टरों ने मोटी रकम सरेंडर की है | इस अस्पताल में सिर्फ आयकर की टीम ने छापा मारा लेकिन शेष सभी ठिकानों में आयकर के अलावा ईडी भी शामिल है |
गाड़ियां की गई जब्त
रायपुर की पुलिस ने कार्रवाई करने आये अफसरों की गाड़ियां17 नो पार्किग में होने का हवाला देकर देर रात जब्त कर लिया, लेकिन बवाल मचने पर शुक्रवार की सुबह छोड़ दिया गया। भाजपा ने इसे अधिकारियों को कार्रवाई से रोकने का कदम बताया तो कांग्रेस ने कहा है कि गाड़ियों का चालान नियमानुसार नो-पार्किंग के चलते किया गया। यह मामला आज विधानसभा में भाजपा विधायक शिवरात शर्मा ने उठाया। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर इतनी तत्परता पुलिस दिन में भी दिखाए तो शहर में जाम न लगे। वहीं, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
सरकार को अस्थिर करने की साजिश, लेंगे लीगल एक्शन- बघेल
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित प्रदेशभर में जारी इनकम टैक्स की कार्रवाई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार को अस्थिर करने की साजिश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना छत्तीसगढ़ शासन की अनुमति के केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई। यह असंवैधानिक और संघीय ढांचे के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वह इसके खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल शुक्रवार देर शाम मंत्रिमंडल के साथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद बाहर निकले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार को इस कार्रवाई के बारे में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई। यह राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कभी किसी कार्रवाई से रोका नहीं है। फिर इस तरह से बिना जानकारी दिए, स्थानीय पुलिस को भरोसा में लिए कार्रवाई करना जाहिर तौर पर दुर्भावनापूर्ण है।
राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में कही गई ये बात
राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि मीडिया से जानकारी मिली है कि रायपुर में कथित तौर पर आयकर के छापे पड़े हैं। इनमें मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ अधिकारी भी शामिल हैं। जिस तरह से कार्रवाई की जा रही है यह छत्तीसगढ़ सरकार पर राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित सीधे हमले की तरह लग रही है। विडंबना है कि छत्तीसगढ़ सरकार को अभी तक सूचना भी नहीं दी गई है कौन-सी एजेंसी छापा डाल रही है। बिना अनुमति अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप है। यह दबाव बनाने की कार्रवाई लग रही है।
‘भाजपा सरकार के खिलाफ चल रही है जांच’
मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया है कि पूर्व की भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार की सरकार जांच कर रही है। लगातार कई मामले में मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। इसी बौखलाहट में केंद्र की भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की साजिश कर रही है। इस तरह की कार्रवाई लोकतंत्र पर हमला है। इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि चाहे बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग या जगदलपुर हो, सब जगह रात में इतनी सारी गाड़ियां घूम रही हैं। कानून व्यवस्था देखने की ज़िम्मेदारी राज्य सरकार की है। हमने आपत्ति नहीं की है, लेकिन संबंधित एसपी को कम से कम खबर देना चाहिए था।