भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में चुनावी तैयारियों का लिया जायजा; मजहूत विरोधी वाली सीटों पर पार्टी का फोकस
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने बुधवार को एक बैठक के दौरान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव तैयारियों का जायजा लिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। पार्टी उन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां उसे मजबूत विरोध का सामना करना पड़ता है।पांच राज्यों - छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने कहा कि इसी तरह की सीईसी बैठकें अन्य राज्यों के लिए भी आयोजित की जा सकती हैं। आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की और राज्य नेतृत्व ने उन्हें फीडबैक दिया। इतनी जल्दी बैठक आयोजित करने का पार्टी का निर्णय - सीईसी की बैठक आम तौर पर चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद ही होती है - यह पांच राज्यों के चुनावों के महत्व को रेखांकित करता है, जो सभी महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले विधानसभा चुनाव का आखिरी दौर है।
बैठक में मोदी के अलावा, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह सहित अन्य सीईसी सदस्य उपस्थित थे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह उन राज्य नेताओं में शामिल थे जिन्होंने विचार-विमर्श में भाग लिया। सूत्रों ने बताया कि यह राज्य चुनाव अभियान की निगरानी में केंद्रीय नेतृत्व की अधिक भागीदारी का भी संकेत देता है।
पार्टी उन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां उसे मजबूत विरोध का सामना करना पड़ता है, लेकिन उसका मानना है कि वह मजबूत उम्मीदवारों के चयन सहित एक चतुर रणनीति के साथ चीजों को बदल सकती है। भाजपा केवल मध्य प्रदेश में सत्ता में है और राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार तथा तेलंगाना में बीआरएस सरकार को हटाने के लिए गहन अभियान चला रही है।