भाजपा विधायक सिद्धार्थ का इस्तीफा, पर्रिकर के उपचुनाव लड़ने का रास्ता साफ
कुलकलिनकर इस सीट पर पहली बार 2015 में हुए उपचुनाव में निर्वाचित हुए थे जब पर्रिकर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। वह इस वर्ष फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में यूनाइटेड गोवंस पार्टी के उम्मीदवार अतानासियो मोन्सरेट्ट को हराकर इस सीट से दोबारा निर्वाचित हुए।
पर्रिकर अपने गृह राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद इस वर्ष 14 मार्च को गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के छह महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है।
पर्रिकर नवंबर 2014 में जब रक्षा मंत्री बनाए गए थे तब वह मुख्यमंत्री के तौर पर पणजी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। कुलकलिनकर और अन्य भाजपा विधायक निलेश काब्राल ने पर्रिकर के लिए अपनी-अपनी सीट छोड़ने की इच्छा जताई थी। (एजेंसी)