प्रज्ञा ठाकुर ने दोबारा मांगी माफी, लोकसभा में नाथूराम गोडसे को बोला था देशभक्त
भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लोकसभा में दिए गए अपने एक बयान पर विवाद पैदा होने के बाद एक बार फिर सदन में माफी मांगी है। दोबारा माफी मांगते हुए भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कि मैंने 27-11-2019 को एसपीजी बिल पर हो रही चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा था, नाम भी नहीं लिया। फिर भी यदि किसी को ठेस पहुंचती हो तो मैं खेद प्रकट करते हुए क्षमा चाहती हूं।
इससे पहले प्रज्ञा ने कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं खेद प्रकट करते हुए माफी मांगती हूं। हालांकि प्रज्ञा ने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया। इस दौरान प्रज्ञा ने राहुल गांधी पर भी हमला बोला।
राहुल गांधी पर भी बोला हमला
लोकसभा में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ‘मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया। महात्मा गांधी के काम का सम्मान करती हूं’। वहीं, बिना नाम लिए ही भाजपा सांसद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि सदन के एक सदस्य ने मुझे आतंकी कहा...यह सही नहीं है। एक महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाया गया है। मेरे खिलाफ कोर्ट में कोई भी आरोप साबित नहीं हुआ है।
प्रज्ञा के माफी मांगने के बाद सदन में लगे ये नारे
प्रज्ञा ठाकुर की सफाई के दौरान लोकसभा में काफी हंगामा भी हुआ। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के सांसदों ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान की आलोचना करते हुए नारेबाजी की। प्रज्ञा ठाकुर के माफी मांगने के बाद संसद में 'महात्मा गांधी की जय' और 'डाउन डाउन गोडसे' के नारे लगाए गए। लोकसभा में हंगामा होता देख लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि यदि इस विषय पर हम राजनीति करेंगे तो पूरे विश्व में हमारे बारे में गलत संदेश जाएगा।
प्रज्ञा के बयान को लेकर राहुल गांधी ने किया था ये ट्वीट
इस मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, 'आतंकी प्रज्ञा आतंकी गोडसे को देशभक्त कहती हैं। भारतीय संसद के इतिहास में एक दुखद दिन।'
ठाकुर का बयान “दर्ज नहीं किया गया”
प्रज्ञा के बयान को लेकर विपक्षी सदस्यों के विरोध के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि एसपीजी (संशोधन) बिल पर चर्चा के दौरान सिर्फ डीएमके नेता का बयान ही रिकॉर्ड में जाएगा। लोकसभा सचिवालय ने बाद में एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ठाकुर का बयान “दर्ज नहीं किया गया।”
अपने बयान पर प्रज्ञा ने दी थी सफाई
हालांकि, प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपनी सफाई में ट्वीट करते हुए गुरुवार को कहा था, 'कभी-2 झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है, किंतु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता, पलभर के बवंडर में लोग भ्रमित न हों, सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल (27 नवंबर को) मैंने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस।'
जानिए क्या है पूरा मामला
प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को तब एक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया था जब द्रमुक सदस्य ए राजा अदालत के समक्ष नाथूराम गोडसे द्वारा दिए गए उस बयान को उद्धृत कर रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा। ठाकुर की टिप्पणी को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा विरोध जताए जाने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि एसपीजी (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान सिर्फ द्रमुक नेता का बयान ही रिकॉर्ड में जाएगा। लोकसभा सचिवालय ने बाद में एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ठाकुर की टिप्पणी 'दर्ज नहीं की गई है।