भाजपा जल्द शुरू करेगी 'वन नेशन - वन इलेक्शन' अभियान
भारतीय जनता पार्टी जल्द ही अपने एजेंडे में ''वन नेशन - वन इलेक्शन'' कैंपेन शामिल करने जा रही है और पार्टी जल्द ही इस एजेंडे को लेकर आमजन के बीच जाने वाली है। भाजपा के इस एजेंडे को खुद पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने अपने तीन दिन के भोपाल प्रवास के दौरान साफ किया है।
पिछले एक दिन में भारतीय जनता पार्टी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह प्रदेश के नेताओं, कार्यकर्ताओं, मंत्रियो और विधायकों के साथ पांच से ज्यादा बैठक कर चुके हैं। अपनी इन बैठकों में फीडबैक लेने के अलावा उन्होंने सांसद और विधायकों की संयुक्त बैठक में कहा कि 2019 के लोक सभा चुनाव में किसी कीमत पर कमलनाथ और सिंधिया की लोकसभा सीट को जीतना है।
बैठक में सवाल-जवाब के दौरान शाह ने पार्टी के मुख्य एजेंडे का खुलासा भी किया। विधायक सुदर्शन गुप्ता द्वारा पूछे गए सवाल कि क्या लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं हो सकते? इस पर अमित शाह ने कहा कि दो महीने बाद भाजपा वन इलेक्शन-वन नेशन कैंपेन शुरू करने जा रही है और इस अभियान का मकसद लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव एक साथ करवाने का होगा।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव एक साथ करवाने सुझाव पहले दे चुके हैं। आपको बता दें कि 1951 और 1952 में पहले आम चुनाव और फिर विधान सभा चुनाव एक साथ हुए थे। यह सिलसिला 1964 तक चलता रहा लेकिन इस बीच 1968 और 1969 में कुछ विधानसभाओं को समय से पहले भंग कर दिए जाने के कारण इस पर रोक लग गई थी।
अपने तीन दिनों के प्रवास में शाह अब तक 10 घंटो से ज्यादा का समय बैक-टू-बैक चल रही बैठकों के दौर में गुजार चुके हैं। अपनी इन बैठकों में शाह ने कई नेताओ को चेताते हुए कहा है कि कोई भी इस भ्रम में न रहे की लोकप्रिय होने की वजह से वे चुनाव जीत जाएंगे। यदि किसी को खुद चुनाव जीतने का भ्रम हो तो वह निर्दलीय लड़कर दिखाए।