Advertisement
03 January 2019

पंजाब से लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज, गुरदासपुर में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के गुरदासपुर में रैली करेंगे। इस रैली में वह लोकसभा चुनाव का शंखनाद कर केन्द्र सरकार की उपलब्धियों का बखान करेंगे। दरअसल लोकसभा चुनावों को लेकर पी.एम. मोदी 20 राज्यों की कुल 100 रैलियों को संबोधित करेंगे। इसकी शुरूआत गुरुदासपुर रैली से हुई। 

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे ‘जय जवान जय किसान’ और पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के नारे ‘जय विज्ञान’ में बृहस्पतिवार को ‘जय अनुसंधान’ जोड़ दिया। वह जालंधर में आयोजित 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में ‘भविष्य का भारत : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ विषय पर बोल रहे थे। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों का जीवन और कार्य प्रौद्योगिकी विकास तथा राष्ट्र निर्माण के साथ गहरी मौलिक अंतरदृष्टि के एकीकरण का शानदार उदाहरण है।  उन्होंने कहा, ‘‘आज का नया नारा है- जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान। मैं इसमें जय अनुसंधान जोड़ना चाहूंगा।’’          
मोदी ने कहा कि यह विज्ञान ही है जिसके माध्यम से भारत अपने वर्तमान को बदल रहा है और अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय विज्ञान के लिए 2018 एक अच्छा वर्ष रहा। इस साल हमारी उपलब्धियों में उड्डयन श्रेणी के जैव ईंधन का उत्पादन, दृष्टिबाधितों के पढ़ने में मदद करने वाली मशीन -दिव्य नयन, सर्वाइकल कैंसर, टी बी, डेंगू के निदान के लिए किफायती उपकरणों का निर्माण और भूस्खलन के संबंध में सही समय पर चेतावनी प्रणाली जैसी चीजें शामिल हैं।’’       
विज्ञान की मदद से नया भारत 
इस दौरान मोदी ने ‘इज ऑफ लिविंग’ पर तेजी सो काम करने को कहा ताकि भारत दुनिया में विज्ञान के क्षेत्र में नेतृत्व कर सके।  उन्होंने कहा कि ‘इज ऑफ डूईंग बिजनेस’ की तरह ही ‘इज ऑफ लिविंग’ पर भी तेजी से काम करना होगा। उन्होंने कृषि पैदावार बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंसर टेक्नॉलॉजी, ड्रोन और विग डाटा का पैकेज तैयार करने की भी अपील की।  प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से बच्चों का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने, संवेदनशील संस्थानों की साइबर सुरक्षा अभेद्य बनाने तथा कम बारिश वाले इलाकों में सूखा प्रबंधन की नयी तकनीक पर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन सवालों के जवाब खोजने होंगे। विज्ञान को आम लोगों के जीवन से जोड़ना होगा।  मोदी ने कहा,‘‘अब रूकने, किसी के लिए इंतजार करने का वक्त नहीं है। अब हमें दुनिया में नेतृत्व लेना होगा। सरकार हर तरह की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। हमें विज्ञान की मदद से नया भारत बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।’

Advertisement

करीब साढ़े 4 वर्ष पहले देश की बागडोर संभालने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद अब तक के तकरीबन 55 महीनों दौरान 8 बार पंजाब का दौरा किया है। इनमें से तकरीबन आधे दौरे चुनाव प्रचार से संबंधित हैं जबकि बठिंडा में एम्स का नींव पत्थर रखने से संबंधित एक दौरे के अलावा बाकी के दौरे अन्य कार्यों के लिए थे। प्रधानमंत्री के इन दौरों के बावजूद भी पंजाब निवासियों के बहुत से मसले और मांगें जस की तस ही हैं। अब जब गुरदासपुर आ रहे हैं तो न सिर्फ इस सीमावर्ती जिले के लोगों को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं बल्कि समूचा पंजाब भी प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर कई आशाएं लगाए बैठा है।

गुरदासपुर लोकसभा हलके को लकी समझते हैं नरेन्द्र मोदी

गत विधानसभा चुनाव से पहले भी प्रधानमंत्री ने 24 जून, 2013 को पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सरहद पर लोकसभा हलका गुरदासपुर में माधोपुर में विशाल रैली को संबोधित कर अपनी चुनाव मुहिम का आगाज किया था। उस दौरान भाजपा ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 60वीं बरसी के अवसर पर विशाल रैली करवाई थी। उपरांत 2014 के मतदान दौरान नरेन्द्र मोदी ने जगराओं में विशाल रैली की। अप्रैल 2014 दौरान भी उन्होंने अमृतसर सहित अन्य शहरों में अकाली-भाजपा गठजोड़ के उम्मीदवारों के पक्ष में विशाल रैलियां कीं। इन रैलियों दौरान मोदी ने पंजाब की नुहार बदलने सहित अनेक लोक लुभावने सपने दिखाए थे परन्तु बाद में कई वायदे हवा हो गए और पंजाब को कोई भी बड़ा और विशेष पैकेज नहीं मिल सका।

2015 में अचानक पंजाब पहुंच गए थे मोदी

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने 23 मार्च, 2015 को फिरोजपुर के नजदीक हुसैनीवाला में पहुंच कर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि दी थी। वर्ष 2015 दौरान नवम्बर में दीवाली के त्यौहार के अवसर पर प्रधानमंत्री ने पंजाब सरकार और पार्टी के किसी भी सीनियर नेता को सूचना दिए बिना ही अचानक अमृतसर पहुंच कर सरहद के रक्षकों के साथ दीवाली मनाई और उनको शुभकामना देने के अलावा उनकी हौसला अफजाई भी की।

2016 में पंजाब के किए 3 दौरे

प्रधानमंत्री ने वर्ष 2016 के शुरू में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के बाद 9 जनवरी को इस एयरबेस का दौरा किया व वहीं से वह वापस चले गए। इस उपरांत उन्होंने इसी वर्ष 25 नवम्बर को बठिंडा में बनाए जाने वाले एम्स का नींव पत्थर रखा। इस दौरान वह गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व को समर्पित समारोह में शिरकत करने के लिए श्री आनन्दपुर साहिब पहुंच कर नतमस्तक हुए। उसी वर्ष के आखिर में एक कॉन्फ्रैंस में हिस्सा लेने के लिए अमृतसर दौरे दौरान वह अचानक श्री हरिमन्दिर साहिब भी पहुंचे।

वर्ष 2017 दौरान हुए विधानसभा मतदान दौरान प्रधानमंत्री ने पंजाब में पहले महीने के आखिर में चुनाव से बिल्कुल पहले कोटकपूरा और जालंधर में गठजोड़ के उम्मीदवारों के पक्ष में रैलियां कीं।

2018 दौरान किया एक दौरा परन्तु नहीं कर सके कोई ऐलान

वर्ष 2018 दौरान प्रधानमंत्री ने मलोट में 11 जुलाई को किसान रैली करवाई जिस दौरान पंजाब भर के किसानों और अकाली-भाजपा वर्करों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। इस रैली दौरान पंजाब निवासियों को मोदी से किसी बड़े पैकेज या प्रोजैक्ट के ऐलान की उम्मीद थी परन्तु प्रधानमंत्री ऐसा कोई भी ऐलान नहीं कर सके।

ये हैं लोगों को उम्मीदें

1. पंजाब में पानी का मुद्दा।

2. चंडीगढ़ पंजाब को सौंपने की मांग।

3. किसानों के सिर चढ़े कर्ज माफ करने की मांग।

4. पंजाब को विशेष पैकेज देने की मांग।

5. औद्योगिक इकाइयों के लिए विशेष छूट देने की मांग।

6. काश्तकारों के लिए सुविधाएं और राहत।

7. सरहदी जिले में उद्योग लगाने की मांग।

8. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य पर शिक्षा संस्थान स्थापित करने की मांग।

9. गन्ने ओर गेहूं सहित अन्य प्रमुख फसलों के लिए केंद्रीय खोज केंद्र की मांग।

10. गन्ना काश्तकारों की खुशहाली के लिए गन्ना मिलों की स्थापना।

11. जिला गुरदासपुर में एम्स बनाने की मांग।

12. बटाला इंडस्ट्री और धारीवाल मिल को शुरू करने की मांग।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: BJP, Lok Sabha election, campaign, start from Punjab, rally of Prime Minister Narendra Modi, Gurdaspur, updates
OUTLOOK 03 January, 2019
Advertisement