कर्नाटक में पीएम के प्रचार से भाजपा को नहीं हमें हो रहा फायदाः कांग्रेस
कांग्रेस ने दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभाओं से भाजपा की बजाय हमारा ग्राफ बढ़ रहा है क्योंकि जनता उनके 'जुमलेबाजी' से ऊब चुकी है और उनकी बातों पर अब लोगों को यकीन नहीं होता।
कांग्रेस प्रवक्ता पीएल पुनिया ने कहा, 'पहले कहा गया कि प्रधानमंत्री कर्नाटक में पांच जनसभाओं को संबोधित करेंगे। फिर 10 और 15 जनसभाओं की बात हुई। अब कहा गया है कि उनकी 21 सभाएं होंगी। इससे पता चलता है कि कर्नाटक में भाजपा हताश हो चुकी है।'
उन्होंने कहा, 'जनता मोदी जी की जुमलेबाजी से ऊब चुकी है। अब लोगों को उन पर विश्वास नहीं होता क्योंकि उनकी बातों में वजन नहीं है। उनकी जनसभाओं से कर्नाटक में कांग्रेस का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।' पुनिया ने दावा किया कि कर्नाटक से मिली जमीनी रिपोर्ट से साफ है कि राज्य में भाजपा मुकाबले में कहीं नहीं है। गौरतलब है कि कर्नाटक में 12 मई को मतदान है और 15 मई को मतगणना होगी।
दलितों पर अत्याचार चरम पर
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देश में दलितों पर अत्याचार और उत्पीडऩ की घटनाएं चरम पर पहुंच गई हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ओर ध्यान देने की बजाय कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। मध्यप्रदेश से हैरान करने वाली खबर आई है। प्रशासन ने दलित समुदाय के लोगों से अपने घर में शादी की सूचना तीन दिन पहले पुलिस को देने के लिए कहा है। उन्होंने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह दलितों के लिए ही क्यों जरुरी है। पुलिस का कहना है कि इससे दलितों की सुरक्षा करने में मदद मिलेगी और गड़बड़ी करने वाले दोषियों को पकड़ा जा सकेगा।
पूनिया ने कहा कि अनुसूचित जाति- जनजाति अत्याचार निवारण कानून के बारे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दलितों के उत्पीडऩ के बारे में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो रही है। देश में दो तरह के कानून चल रहे हैं। एक में आरोप के बाद गिरफ्तारी हो जाती है जबकि दूसरे में जांच और अनुमति के बाद ही गिरफ्तारी संभव है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उच्चतम न्यायालय में दलितों का पक्ष सही तरीके से नहीं रख रही है हालांकि मोदी दलितों के उत्थान के लिए लंबी-चौड़ी बातें करते हैं।