केजरीवाल को जमानत मिलने पर आप कार्यालय में जश्न का माहौल, पार्टी ने इसे 'तानाशाही की हार' करार दिया
उच्चतम न्यायालय से आबकारी नीति 'घोटाले' के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यालय के बाहर जश्न मनाया जा रहा है।
'आप' के कई नेता और कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय के बाहर एकत्र हुए और पार्टी सुप्रीमो की रिहाई का जश्न मनाने के लिए उन्होंने मिठाइयां बांटी और पटाखे जलाए।
इस बीच, मुख्यमंत्री आवास के बाहर केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मिठाई बांटी। वहीं, 'आप' समर्थकों ने 'आ गए भाई आ गए केजरीवाल आ गए' और 'जेल के ताले टूट गए केजरीवाल छूट गए' जैसे नारे लगाए।
'आप' के वरिष्ठ मनीष सिसोदिया, आतिशी, संजय सिंह और उनकी पत्नी अनीता भी इस अवसर पर मौजूद रहीं।
सुनीता केजरीवाल से संवाददाताओं से कहा, ''भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का यह षडयंत्र भी नाकाम हो गया। वे सत्ता में बने रहने के लिए विपक्षी नेताओं को जेल में डालना चाहते थे।'' दिल्ली के मुख्यमंत्री का लोकसभा चुनाव परिणामों से पहले दो जून को आत्मसमर्पण करने के तीन महीने बाद यह फैसला सुनाया गया है।
आप मुख्यालय के बाहर पार्टी के कार्यकर्ता ढोल की थाप पर नाचते हुए नजर आए। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज भी जश्न में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे थे। इस अवसर पर मौजूद कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि यह 'हमारी पार्टी की बड़ी जीत और तानाशाही की हार' है। मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर भी मिठाइयां बांटी गईं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को आबकारी नीति मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। शीर्ष अदालत ने लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए 10 मई को 21 दिन की अंतरिम जमानत दी थी।
केंद्रीय अन्वेष्ण ब्यूरो (सीबीआई) ने हालांकि 26 जून को आबकारी नीति से जुड़े एक अन्य मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि वह उस दौरान न्यायिक हिरासत के तहत तिहाड़ जेल में थे।