सस्ती राजनीति: 'राहुल प्रधानमंत्री के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देते हैं' वाले बयान को लेकर कांग्रेस
कांग्रेस ने राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित करने के आरोप के लिए सोमवार को भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि नेताओं की सुरक्षा के मुद्दे पर "घटिया राजनीति" नहीं खेली जानी चाहिए।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हत्या की कोशिश के बाद रविवार को बीजेपी ने विपक्ष के नेता पर निशाना साधा था।
बीजेपी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा था, "तीसरी बार असफल राहुल गांधी ने अक्सर प्रधान मंत्री मोदी के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित और उचित ठहराया है, जिनसे वे चुनाव हार चुके हैं, अब तक कई बार। भारत यह कैसे भूल सकता है कि पंजाब पुलिस, जो उस समय कांग्रेस के अधीन थी, ने जानबूझकर प्रधान मंत्री की सुरक्षा से समझौता किया, जब उनका काफिला था एक फ्लाईओवर पर फंसा रह गया था।"
भाजपा पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, ''नेताओं की सुरक्षा के मुद्दे पर घटिया राजनीति नहीं की जानी चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने महात्मा जी को दक्षिणपंथी आतंकवादियों के हाथों खो दिया। हमने दो प्रधानमंत्रियों को आतंकवादियों के हाथों खो दिया। हमने भाजपा सरकार की निगरानी में अपना संपूर्ण छत्तीसगढ़ नेतृत्व वामपंथी आतंकवादियों के हाथों खो दिया।"
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और पूरी भाजपा जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और पूरे परिवार के खिलाफ ''कड़वा'' झूठ फैलाकर लोगों को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ भड़का रही है।
खेड़ा ने कहा, ''उन्होंने (मोदी ने) रहस्यमय तरीके से अपनी एसपीजी सुरक्षा भी वापस ले ली।''
डोनाल्ड ट्रम्प अपनी जान लेने की कोशिश में बाल-बाल बच गए जब एक युवा बंदूकधारी ने पेंसिल्वेनिया में एक अभियान रैली में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर कई गोलियाँ चलाईं, जिससे उनका दाहिना कान घायल हो गया।