हिंसा पर संसद में कांग्रेस ने सरकार से पूछा- दिल्ली जल रही थी तो कहां थे अमित शाह
बीते महीने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर बुधवार को लोकसभा में बहस हुई। बहस के दौरान विपक्ष ने हिंसा के दौरान मोदी सरकार की भूमिका पर सवाल उठाया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “सरकार को पूरे मामले पर जवाब देना चाहिए। खास तौर से गृह मंत्री अमित शाह देश को बताए कि तीन दिनों तक हिंसा राज्य में क्यों होती रही। जब दिल्ली जल रही थी तो अमित शाह क्या कर रहे थे।
बता दें, फरवरी के अंतिम सप्ताह में हुई दिल्ली हिंसा में अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो सौ से अधिक लोग घायल है।
'अजीत डोभाल जा सकते पर गृह मंत्री क्यों नहीं’
बहस के दौरान सांसद अधीर रंजन ने कहा कि जब हिंसा वाले जगह पर एनएसए अजीत डोभाल जा सकते है तो फिर वहां अमित शाह क्यों नहीं जा सकते है। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि गृह मंत्री के अलावा दो गृह राज्य मंत्री भी हैं उसके बावजूद भी अजीत डोभाल को हिंसाग्रस्त इलाकों मे जाना पड़ा। और यह अच्छी बात है कि अजीत डोभाल के हिंसा वाली जगहों पर उतरते ही हिंसा रुक गई।
'दिल्ली जलने के वक्त ट्रंप का स्वागत हो रहा था'
उन्होंने कहा, “सरकार यदि कोशिश करती तो हिंसा को रोका जा सकता था। दिल्ली पुलिस को हम मॉर्डन मानते हैं। सुरक्षा व हथियार की कोई कमी नहीं है। फिर भी यह घटना क्यों घटी। तीन दिनों तक लगातार ये घटना कैसे होती रही। सरकार को इसका जवाब देना होगा। क्या दिल्ली के कानून की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय के पास नहीं है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब दिल्ली जल रही थी तो अहमदाबाद में अमेरिका के राष्ट्रीपती डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत किया जा रहा था। हिंसा के वक्त गृह मंत्री के साथ-साथ दिल्ली के सांसद और विधायक कहां थे। उन्होंने कहा कि जब बालाकोट में स्ट्राइक कर सकते हैं तो दिल्ली की हिंसा को क्या, रोका नहीं जा सकता था।