कांग्रेस का हाथ ना सिर्फ मुसलमानों के बल्कि सिखों के भी खून से सना है: संबित पात्रा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के बयान पर सियासत गरम है। हालांकि उनकी पार्टी ने उनके बयान से जरूर किनारा कर लिया है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी को विपक्षी दल पर हमला बोलने का बड़ा मौका मिल गया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सलमान ने स्वीकार किया है कि कांग्रेस का हाथ खून से रंगा हुआ है। यह न केवल मुसलमानों के खून से सना हुआ है बल्कि 1984 में मारे गए सिखों से भी सने हैं। उन्होंने कहा कि सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी के 'संविधान बचाओ' अभियान के पीछे की सच्चाई का खुलासा किया है।
एएमयू के निलंबित छात्र आमिर मिंटोई ने खुर्शीद से पूछा था कि 1947 में देश की आजादी के बाद ही 1948 में एएमयू एक्ट में पहले संशोधन किया गया। फिर 1950 के प्रेसिडेंशल ऑर्डर से मुस्लिम दलितों से एसटी-एससी आरक्षण का हक छीना गया। इसके बाद हाशिमपुरा, मलियाना, मेरठ, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, भागलपुर, अलीगढ़ आदि में मुसलमानों का नरसंहार हुआ। इसके अलावा बाबरी मस्जिद के दरवाजे खुलना, बाबरी मस्जिद में मूर्तियों का रखना और फिर बाबरी मस्जिद की शहादत जो कि कांग्रेस की नरसिम्हा राव सरकार में हुई।
इन घटनाओं का हवाला देते हुए आमिर मिंटोई ने सलमान खुर्शीद से पूछा कि कांग्रेस के दामन पर मुसलमानों के खून के जो धब्बे हैं। इन धब्बों को आप किन अल्फाजों से धोना चाहेंगे? इस सवाल के जवाब में सलमान खुर्शीद ने आमिर मिंटोई के लगाए हुए इल्जामों के जवाब में यह कह गए कि कांग्रेस के नेता होने के नाते मुसलमानों के खून के यह धब्बे उनके दामन पर भी हैं।