भाजपा महाधिवेशन में बोले मोदी, कांग्रेस कर रही अयोध्या केस रोकने की कोशिश
दिल्ली के रामलीला मैदान में शुक्रवार से शुरू हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अधिवेशन का आज अंतिम दिन है। पीएम मोदी ने इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 'कभी दो कमरों में चलने वाली पार्टी, दो सांसदों वाली पार्टी आज इस विशाल तरीके से अपना राष्ट्रीय अधिवेशन कर रही है, ये अपने आप में बहुत ही अद्भुत और अविस्मरणीय है।
‘कांग्रेस अयोध्या केस रोकने की कोशिश कर रही’
इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। अयोध्या मामले पर उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस अपने वकीलों के जरिए अयोध्या केस को रोकने की कोशिश कर रही है। यहां तक कि कांग्रेस झूठे आरोपों से चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग लाने की भी तैयारी में थी। कांग्रेस की क्या मानसिकता है कि वह देशहित के खिलाफ हर मुद्दे में काम करती है।‘
उन्होंने कहा 60 सालों में बैंकों ने 18 लाख करोड़ का लोन दिया और कांग्रेस के पिछले 6 सालों में 34 लाख करोड़ का लोन दिया गया। देश में लोन लेने की दो ही प्रक्रिया थी। एक सामान्य प्रक्रिया और दूसरी कांग्रेस की प्रक्रिया। कांग्रेस की प्रक्रिया में बैंकों को फ्रॉड दोस्तों को लोन देने के लिए दबाव डाला जाता था।‘
‘सीबीआई से क्यों डरे हुए हैं ये लोग’
पीएम मोदी ने कहा, ‘2007 में कांग्रेस के एक मंत्री ने कहा था कि मोदी कुछ महीनों में जेल जाएगा। अमित भाई को उन्होंने जेल में डाल भी दिया था। लेकिन हमने ऐसा कानून नहीं बनाया कि सीबीआई गुजरात में प्रवेश न कर सके क्योंकि हमें कानून पर विश्वास था। ये लोग एजेंसियों पर गलत आरोप लगा रहे हैं क्योंकि ये डरे हुए हैं।‘ उन्होंने कहा, ‘आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ ने सीबीआई का रास्ता रोक रखा है। उन्होंने ऐसा क्या गलत किया है कि डर रहे हैं? वह सीबीआई को स्वीकार नहीं करते। कल को वह किसी संस्था को स्वीकार नहीं करेंगे। आर्मी, पुलिस, सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, सीएजी, सब गलत हैं, सिर्फे वे ही सही हैं।‘
‘महागठबंधन वालों की दुकान फिर बंद होने वाली है’
उन्होंन कहा, ‘इन दिनों भारतीय राजनीति के इतिहास में एक असफल प्रयोग को प्रचारित करने की कोशिश हो रही है, जिसका नाम ‘महागठबंधन’ है। ये लोग एक ‘मजबूत सरकार’ नहीं ‘मजबूर सरकार’ बनाना चाहते हैं। उनकी दुकान फिर बंद होने वाली है।‘
‘आरक्षण के नाम पर कई लोग भ्रम फैला रहे’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि 'स्वतंत्रता के बाद अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के प्रथम पीएम बनते तो आज देश की तस्वीर कुछ और ही होती। वैसे ही 2000 के लोकसभा चुनाव के बाद अगर अटल जी प्रधानमंत्री पद पर बने रहते तो आज भारत कहीं और ही होता।' उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्ष में भाजपा के नेतृत्व में जिस तरह हमारी सरकार ने शासन किया है, उससे जनमानस में यह भाव स्थापित हो गया है कि देश को ऊंचाई पर अगर कोई राजनितिक पार्टी ले जा सकती है, तो वो केवल और केवल भाजपा है। लेकिन कुछ लोग आरक्षण की आड़ लेकर साजिश रचते हैं, भ्रम फैलाते हैं, ऐसे लोगों को नाकाम करते हुए हमे आगे बढ़ना है।
उन्होंने कहा कि लोगों ने राजनीतिक विरोध के लिए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का मजाक उड़ाया लेकिन हम समाज को गलत विश्वासों से मुक्त कराने की दिशा में काफी आगे आ गए हैं।
‘एक बार भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा’
पीएम मोदी ने कहा, 'देश के इतिहास में पहली मर्तबा ऐसा हुआ है जब केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा। हम इस बात पर गर्व करते हैं। हमसे पहले की सरकार ने अपने शासनकाल में देश को बहुत अंधेरे में धकेल दिया था। अगर मैं कहूं कि भारत ने 2004 से 2014 के बीच अहम् 10 साल, घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपों में गंवा दिए, तो बिलकुल गलत नहीं होगा। 21वीं सदी की शुरुआत में ये 10 वर्ष बहुत अहम् थे, किन्तु पूर्व की सरकार ने देश से ये 10 साल छीन लिए।‘