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26 February 2020

दिल्ली हिंसा: प्रियंका गाधी ने निकाला ‘शांति मार्च’, केसी वेणुगोपाल समेत कई कांग्रेस नेता हुए शामिल

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कांग्रे नेता प्रियंका गांधी ने राजधानी दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में शांति मार्च निकाला है। इस मौके पर उनके साथ केसी वेणुगोपाल समेत कई कांग्रेस नेता इस मार्च में शामिल हुई। प्रियंका गांधा के मार्च को जनपथ के पास रोक दिया गया है। वह गांधी स्मृति स्थल के लिए मार्च लेकर रवाना हुईं थीं। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा के बयान को शर्मनाक बताते हुए बुधवार को कहा कि सरकार का इस पर कुछ नहीं करना और भी अधिक शर्मनाक है।

सरकार का कुछ नहीं करना और भी अधिक शर्मनाक

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संवाददाताओं से बातचीत के बाद प्रियंका ने पत्रकारों से कहा, भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने जो कहा है वह शर्मनाक है लेकिन सरकार का इस पर कुछ नहीं करना और भी अधिक शर्मनाक है। उन्होंने दिल्ली के लोगों से हिंसा से दूर रहने की अपील करेत हुए कहा, ‘हिंसा से सिर्फ आप लोगों को पीड़ा होगी और सिर्फ आप लोगों का नुकसान होगा’।

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पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमने अपने कार्यकर्ताओं को कहा कि इस तरह की घटना होने पर वे शांति और अमन बनाएं।  

क्या कहा था कपिल मिश्रा ने

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के सामने किप्ल मिश्रा ने कथित तैर पर कहा था कि अगर तीन दिन के अंदर सड़कों को संशोधित नागरिकता विरोधी प्रदर्शनकारियों से खाली नहीं कराया गया को वह एवं उनके समर्थक सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

सोनिया गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर साधा निशाना

इससे पहले दिल्ली हिंसा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोनिया गांधी ने दिल्ली में फैली हिंसा के लिए सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार बताया और उनसे तुरंत इस्तीफा देने को कहा। इस दौरान सोनिया गांधी ने दिल्ली हिंसा पर मोदी सरकार से पांच सवाल पूछे और हिदायत भी दी।

केंद्र सरकार-दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने से गई 20 लोगों की जान

सोनिया गांधी ने कहा था कि केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस की समय पर कार्रवाई नहीं करने से 20 लोगों की जान चली गई। एक पुलिसकर्मी की भी जान गई। कांग्रेस कार्यसमिति सभी पीड़ितों के परिवारों के साथ गहरी संवेदनाएं व्यक्त करती हैं। उन्होंने कहा कि पूरी स्थिति को देखते हुए कांग्रेस समिति का मानना है कि दिल्ली में मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार खासतौर पर गृहमंत्री जिम्मेदार हैं। उन्हें जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। सोनिया ने कहा- दिल्ली सरकार भी शांति बनाए रखने में असफल साबित हुई। दोनों सरकारों की विफलता के कारण दिल्ली इस त्रासदी का शिकार हुई।

सोनिया गांधी ने मांगा अमित शाह का इस्तीफा 

कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के निशाने पर सीधे तौर पर अमित शाह रहे। सोनिया गांधी ने कहा कि दिल्ली में मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार, खास तौर से गृह मंत्री जिम्मेदार हैं। फौरन तौर से गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली सरकार भी शांति सदभाव बनाए रखने में विफल हैं। दोनों सरकारों की जिम्मेदारी निभाने में विफलता के कारण देश की राजधानी में ऐसे हालात बने हैं।'

 

दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हुई

 

गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भड़की सांप्रदायिक हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर बुधवार को 22 पर पहुंच गई है। जीटीबी अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मंगलवार को मरने वाले लोगों की संख्या 13 बताई गई थी। जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया, 'मृतकों की संख्या आज बढ़कर 22 हो गई।' इससे पहले एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल से कम से कम चार शवों को गुरु तेग बहादुर अस्पताल लाया गया।

 

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TAGS: Congress leaders, workers, participating, 'peace march', stopped, Janpath Road, heading towards, Gandhi Smriti.
OUTLOOK 26 February, 2020
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