त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब फैला रहे हैं सांप्रदायिक नफरत, उन्हें तुरंत करें गिरफ्तार: कांग्रेस
कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई ने चुनाव आयोग के पास एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कथित तौर पर राज्य में सांप्रदायिक घृणा फैलाने के लिए मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष तापस डे ने शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) श्रीराम तारणिकांती के समक्ष शिकायत दर्ज की, जिसमें देब पर जाति, पंथ और धर्म के आधार पर राज्य में समुदायों को विभाजित करने के मकसद से बार-बार झूठे बयान देने का आरोप लगाया गया।
डे ने मुख्यमंत्री की तत्काल गिरफ्तारी का भी आह्वान किया। सीईओ के कार्यालय ने मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत मिलने की पुष्टि की है।
‘मतदाताओं को धमका रहे हैं भाजपा कार्यकर्ता’
राज्य कांग्रेस के एक नेता ने कहा, "हमारी पार्टी ने सीईओ से देब के खिलाफ न्यायिक हिरासत में तत्काल हिरासत के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया है।" डे ने यह भी दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ता मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर नहीं जाने की धमकी दे रहे थे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों पर हमला कर रहे थे। उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने एआईसीसी सदस्य और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष देब बर्मन द्वारा उठाए गए पहले नारे का हवाला दिया।
भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि नारा - "पोली जाति, उलो पार्टी (जाति पहले और फिर राजनीतिक दल)" –यानी उनके नारे में सांप्रदायिक अतिवाद था। उन्होंने कहा, "देब बर्मन द्वारा उठाए गए इस वाक्यांश में सांप्रदायिक संकेत थे। चुनाव आयोग सच्चाई की जांच करे, और फिर सब कुछ लोगों को स्पष्ट हो जाएगा।" त्रिपुरा में, 23 आदिवासी समुदाय हैं, जो राज्य की आबादी का एक तिहाई हिस्सा हैं।
विवादित बयान देते रहे हैं सीएम बिप्लब
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। पिछले दिनों उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ‘गद्दारों’ की पार्टी है और इनके नेता सफलता का फल खाने ही त्रिपुरा में आते हैं। बिप्लब देब की यह टिप्पणी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के त्रिपुरा दौरे के बाद आई है। बिप्लब देब ने कांग्रेस के लिए यह भी कहा कि ये लोग शैतानों के झुंड हैं। बिप्लब देब ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के बीच ‘अपवित्र गठबंधन’ था, इसी वजह से त्रिपुरा में 25 साल तक लेफ्ट की सरकार रही। उन्होंने कहा, ‘ये (कांग्रेस) गद्दार हैं। इससे पहले राहुल गांधी, सोनिया गांधी या मनमोहन सिंह कोई भी राज्य में नहीं आया।’