कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं को "कमज़ोर" करने का आरोप लगाया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा शासन के तहत पिछले 11 वर्षों में भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं, अर्थव्यवस्था और सामाजिक सद्भाव को गंभीर नुकसान पहुंचा है।खड़गे ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को "कमजोर" किया है और उनकी स्वायत्तता पर "हमला" किया है।
एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में खड़गे ने लिखा, "पिछले 11 सालों में मोदी सरकार ने भारतीय लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। भाजपा-आरएसएस ने हर संवैधानिक संस्था को कमजोर किया और उनकी स्वायत्तता पर हमला किया। चाहे वो जनता की राय चुराकर पिछले दरवाजे से सरकारें गिराना हो या जबरन एक पार्टी की तानाशाही लागू करना हो। इस दौरान राज्यों के अधिकारों की अनदेखी की गई और संघीय ढांचे को कमजोर किया गया।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने समाज में "घृणा, धमकी और भय" का माहौल पैदा कर दिया है और मणिपुर की स्थिति का हवाला देते हुए दावा किया कि दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और कमजोर वर्गों का शोषण बढ़ गया है।
खड़गे ने देश की आर्थिक नीतियों को लेकर भी भाजपा सरकार पर हमला बोला और कहा कि इस सरकार की मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, नमामि गंगे, 100 स्मार्ट सिटी जैसी प्रमुख योजनाएं "विफल" हो गई हैं।
पोस्ट में लिखा है, "भाजपा-आरएसएस ने देश की जीडीपी वृद्धि दर को 5-6% की आदत बना दी, जो यूपीए के समय औसतन 8% हुआ करती थी। हर साल 2 करोड़ नौकरियों के वादे की जगह करोड़ों नौकरियां युवाओं से छीन ली गईं। महंगाई के कारण सार्वजनिक बचत 50 साल में सबसे कम रही और आर्थिक असमानता 100 साल में सबसे अधिक रही। नोटबंदी, गलत जीएसटी, अनियोजित लॉकडाउन और असंगठित क्षेत्र पर कुठाराघात करके करोड़ों लोगों का भविष्य बर्बाद कर दिया गया। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, नमामि गंगे और 100 स्मार्ट सिटीज सभी फेल हो गए। रेलवे बर्बाद हो गई। कांग्रेस-यूपीए द्वारा बनाए गए इंफ्रास्ट्रक्चर के सिर्फ फीते ही काटे गए।"
अपनी टिप्पणी समाप्त करते हुए खड़गे ने कहा, "मोदी सरकार ने संविधान के हर पृष्ठ पर तानाशाही की स्याही पोतने में पिछले 11 साल बर्बाद कर दिए हैं!"