कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर बनाई टास्क फोर्स, सर्जिकल स्ट्राइक के 'हीरो' करेंगे नेतृत्व
कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक की निगरानी करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुडा (रिटायर्ड) को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक टास्क फोर्स गठित की है, जो देश के लिए विजन डॉक्यूमेंट तैयार करेगी। खास बात यह है कि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हुडा इस टास्क फोर्स को लीड करेंगे। वह विशेषज्ञों के समूह से विचार-विमर्श कर डॉक्यूमेंट तैयार करेंगे। सर्जिकल स्ट्राइक के समय हुडा नॉर्दर्न आर्मी कमांडर थे।
तैयार करेंगे विजन पेपर
गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। पार्टी के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में बताया गया, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर टास्क फोर्स गठित करने के लिए आज लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुडा (रिटायर्ड) से मुलाकात की, जो देश के लिए एक विजन पेपर तैयार करेंगे।' गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने सर्जिकल स्ट्राइक के अगुआ को यह जिम्मेदारी ऐसे समय में सौंपी है जब चुनाव की घोषणा होने में कुछ ही हफ्ते बचे हैं।
हुडा ने कहा था, सर्जिकल स्ट्राइक को इतने प्रचार की जरूरत नहीं थी
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पल रहे आतंकियों के खिलाफ 2016 में भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी कैंपों को नष्ट कर दिया था। इस ऑपरेशन में कई आतंकी मारे गए थे। केंद्र सरकार ने इसे जोर-शोर से प्रचारित भी किया। हालांकि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हुडा ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के इतने प्रचार की जरूरत नहीं थी। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस फैसले को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल बाद तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डी एस हुडा ने कहा था कि इस हमले के इतना प्रचार की जरूरत नहीं थी। हुड्डा ने कहा था, 'मुझे लगता है कि इसका कुछ ज्यादा ही प्रचार किया गया। सेना का ऑपरेशन महत्वपूर्ण था और हमें ऐसा करना ही था। पर इसका कितना राजनीतिकरण होना चाहिए था, यह कितना सही है या गलत यह बात राजनेताओं से पूछी जानी चाहिए।'
पीएम ने सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक इस्तेमाल किया: राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक को ‘जरूरत से ज्यादा तूल दिए जाने’ संबंधी सेना के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीएस हुडा के बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने दावा किया था कि पीएम मोदी ने सेना का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया और इस पर उन्हें कोई शर्म नहीं है।