अब क्या होगा?, पंजाब कांग्रेस के कई नेताओं पर हाईकमान द्वारा कार्रवाई की तैयारी, जुलाई के पहले हफ्ते तक हो सकता अहम फ़ैसला
पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान को थामने के लिए कांग्रेस हाईकमान की अब तक कोशिशें सिरे न चढ़ते देख हाईकमान ने अब सख्त रुख अपना लिया है। हाईकमान के इस रुख से जल्द ही यह स्पष्ठ होगा कि बलि किस नेता की चढ़ने वाली है। किन नेताओं पर हाईकमान अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है। बुधवार को पंजाब कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी से मुलाकात की। राहुल से मुलाकात करने वालों में सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि उन्होंने प्रदेश की राजनीतिक परिस्थिति और जमीनी हकीकत के बारे में राहुल गांधी से चर्चा की।
बाजवा ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर हाईकमान को ही फैसला लेना है। इधर सुलह कमेटी के सदस्य एंव पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि हमने नवजोत सिंह सिद्धू के कैप्टन के खिलाफ ब्यानों का संज्ञान लिया है, बाकी मामला संगठन से संबंधित है। संगठनात्मक राजनीतिक सवालों के लिए समिति ने रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को दे दी है। इस पर जुलाई के पहले हफ्ते में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का फैसला आ सकता है।
बुधवार को राहुल गांधी से मुलाकात करने वालों में पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ और वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी विवाद जल्द खत्म हो जाएंगे। दो विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने के मामले पर जाखड़ ने कहा कि ऐसा करने के लिए कुछ गलत लोगों ने सीएम को सलाह दी।
विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के लगातार हमलों को झेल रहे और विधायक पुत्रों को सरकारी नौकरी देकर अपनी ही पार्टी में आलोचना का शिकार पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी हाईकमान द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी से मुलाकात की थी। इस दौरान कैप्टन ने कमेटी को यह स्पष्ट कर दिया है कि वे सिद्धू को किसी कीमत पर उपमुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। हालांकि इस बैठक के दौरान कमेटी ने अपनी ओर से कोई फैसला नहीं सुनाया है लेकिन प्रदेश कांग्रेस के विवादों को जल्द हल करने के अन्य संभावित तरीके तलाशने पर जोर दिया है। सोमवार को कमेटी के बुलावे पर गैरहाजिर रहे सिद्धू को अगले दौर की बातचीत के लिए दिल्ली दरबार बुलाया जाएगा।