अब गोवा में उलझी कांग्रेस, क्या करेंगे मुकुल वासनिक?
गोवा में कांग्रेस के 11 में से पांच विधायकों से संपर्क नहीं हो पाने के मद्देनजर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक से राज्य में ‘‘ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने’’ के लिए रविवार को गोवा जाने के लिए कहा।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने रविवार देर रात ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष ने सांसद मुकुल वासनिक को गोवा में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए वहां जाने को कहा है।’’
कांग्रेस ने इनमें से दो विधायकों - माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत - पर सत्तारूढ़ भाजपा के साथ "साजिश" करने और "मिली भगत" करने का आरोप लगाया है ,जिससे पुरानी पार्टी के विधायी विंग को विभाजित किया जा सके।
गोवा में विपक्षी कांग्रेस के लिए एक नई मुसीबत में, पार्टी ने कहा कि राज्य में उसके 11 विधायकों में से पांच विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
पार्टी ने लोबो को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से भी हटा दिया।
विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर रविवार देर शाम यहां पार्टी के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने विधायकों के संपर्क से बाहर होने और लोबो को पद से बर्खास्त करने की घोषणा की।
यह घटनाक्रम उन अटकलों के बीच आया है कि कांग्रेस के कुछ विधायक भगवा पार्टी में शामिल हो सकते हैं। ठीक तीन साल पहले आज ही के दिन कांग्रेस के 10 विधायकों के एक दल ने पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।
यह घटनाक्रम पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल की ऊँची एड़ी के जूते के करीब आया है, जहां सत्तारूढ़ शिवसेना वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद विभाजित हो गई, जो उद्धव ठाकरे के जून के अंतिम सप्ताह में शीर्ष पद से इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री बने।
शिंदे और उनके समर्थक विधायक 20-21 जून को सूरत और फिर गुवाहाटी जाने से पहले "सम्पर्क से बाहर" चले गए थे।