चीन सीमा तनाव पर पीएम मोदी और राजनाथ सिंह देश को कराएं अवगत, बैठकों के बाद नतीजा क्या निकला: कांग्रेस
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लद्दाख सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव और हुई बातचीत पर राष्ट्र को विश्वास में लेने को कहा है। शनिवार को पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है लोग चीनी पक्ष के साथ बार-बार हो रहे बातचीत के परिणामों के बारे में जानना चाहते हैं।
गौरतलब है कि सीमा पर जारी तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष जनरल वेई फेंग ने मॉस्को में तनाव को कम करने को लेकर करीब दो घंटे तक बैठक की।
प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ‘राजधर्म’ है कि वो इस मामले पर देश को विश्वास में लें। उन्होंने कहा कि चीन के साथ विदेश मंत्री, सैन्य कमांडरों से लेकर रक्षा मंत्री तक के साथ विभिन्न स्तरों पर बातचीत हो रही है। लेकिन, इन बैठकों का परिणाम क्या हुआ।
रणदीप सुरजेवाला ने विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की टिप्पणी का भी उल्लेख किया। दरअसल, श्रृंगला ने इस मुद्दे की गंभीरता को रेखांकित करने के लिए कहा था कि ये भारत-चीन सीमा पर "अभूतपूर्व" स्थिति है और "हमने 1962 के बाद से इस तरह की स्थिति कभी नहीं देखी।"
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने कहा, “हम आशा करते हैं कि सरकार वस्तुस्थिति से देश का अवगत कराएगी। सरकार के भीतर से ही कई बार विरोधाभासी बयान आते हैं जिससे चिंता होती है।“ उन्होंने कहा कि कांग्रेस उम्मीद भी करती है कि सरकार इस मामले का बातचीत से हल निकालेगी और देश की संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
भारत-चीन सीमा विवाद पिछले करीब तीन महीनों से भी अधिक समय से जारी है। 15-16 जून को दोनों देश की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में हिंसक झड़प हो गया था जिसमें भारत के बीस सैनिक शहीद हो गए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। वहीं, केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए चीन के अधिकतर मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।