किसान और देश की बेटी की आवाज बनेगी कांग्रेस: एनएसयूआई
काग्रेंस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर एवं ओडिशा के सह-प्रभारी जियाउल हक ने कहा है कि काग्रेंस पार्टी किसान की खेती और देश की बेटी की आवाज बनेगी ।
हक ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि हाल ही में देश के सामने तीन बड़े और अहम मुद्दों है। इनमे महिला सुरक्षा , किसानों के खिलाफ हाल ही में पास किया गया विधेयक और युवाओं को रोजगार देने की बात है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाथरस में देश की बेटी के परिवार के साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी खड़े हुए नजर आयी हैं उससे स्पष्ट है की अब पूरे देश में कांग्रेस महिला सुरक्षा को लेकर संसद से सड़क तक लगातार आवाज उठाएगी।
उत्तर प्रदेश के अंदर आये दिन महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न की खबरें सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर है ।
उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ पास किये गए तीन कानूनों पर कांग्रेस पार्टी लगातार अपनी आवाज को बुलंद कर रही है और राहुल गांधी ने पंजाब से लेकर हरियाणा तक, किसानों को इकठ्ठा कर उनकी आवाज को मोदी सरकार तक पहुंचाने का काम किया है । युवाओं के रोजगार के स्तिथि इस समय सबसे खस्ता हालत में है। लाॅकडाउन और कोविड-19 की बीमारी के चलते लाखों युवा बेरोजगार हो गए हैं और इस समय वे परेशान है।
कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई एनएसयूआई हर तरह से पार्टी के विचार के साथ और छात्रों के हर मुद्दे पर उनके साथ खड़ी हुई नजर आयी है। एनएसयूआई ने पूरे लाॅकडाउन में एक मुहीम चलायी, जिसमे ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय स्तर और प्रदेश स्तर पर लोगों तक पौष्टिक भोजन पहुंचाने का काम किया है।
एनएसयूआई ने लाकडाउन और कोविड-19 की बीमारी को देखते हुए लगातार छात्रों को प्रमोट करने की बात को लेकर एक देशव्यापी आंदोलन चलाया था और उस में सरकार को भी एनएसयूआई की बात सुननी पड़ी थी और ज्यादातर विश्वविद्यालयों में छात्रों को पास एवं प्रमोट किया गया । वहीं दूसरी तरफ लगातार एनएसयूआई ये मांग कर रही है की छात्रों की कम से कम छह माह की फीस माफ की जाए ताकि जिन छात्रों पर लाकडाउन के चलते आर्थिक स्तिथि में परेशानी आयी है,उनकी शिक्षा इस महामारी को वजह से प्रभावित न हो।