CWC: सोनिया गांधी की असंतुष्ट नेताओं को टो टूक- मीडिया के जरिए न करें बात, मैं ही पूर्णकालिक अध्यक्ष
कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की शनिवार को पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में सांगठनिक चुनाव एक साल के भीतर पूरे करा लेने पर सहमति बनी। सदस्यों ने फिर से राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की। वहीं,. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने पार्टी के असंतुष्ट नेताओं को दो टूक कहा कि मैं पार्टी की पूर्णकालिक अध्यक्ष हूं और मुझसे बात करने के लिए मीडिया से बात करने की जरूरत नहीं है। सोनिया गांधी ने पेट्रोल-डीजल औऱ घरेलू गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों, अर्थव्यवस्था की हालत, किसान आंदोलन और लखीमपुर खीरी कांड को लेकर मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। लखीमपुर खीरी की घटना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इससे किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी की सोच का पता चलता है। बैठक में दिग्विजय सिंह को छोड़कर लगभग सभी नेता शामिल हुए।
सोनिया गांधी ने कहा कि जी-23 के नेता लंबे समय से संगठन में व्यापक बदलाव और प्रभावी नेतृत्व के लिए चुनाव की वकालत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं पूर्णकालिक और सक्रिय अध्यक्ष हूं..." उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सदा स्पष्टवादिता की सराहना की है लेकिन मुझसे मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है। हम सभी यहां खुली और ईमानदार चर्चा करते हैं, लेकिन इस चारदीवारी से बाहर जो बात जाए वो सीडब्ल्यूसी का सामूहिक फैसला होना चाहिए।''
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस को फिर से मजबूत करने के लिए आत्मसंयम और अनुशासन की जरूरत है। पूरा संगठन कांग्रेस को दोबारा खड़ा करना चाहता है, लेकिन इसके लिए एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है। इन सबसे बढ़कर आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की आवश्यकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कहा कि हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते एवं अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां शुरु हो चुकी हैं।
अंबिका सोनी ने बताया कि बैठक में जी-23 का जिक्र तक नहीं था। वे बैठक में मौजूद थे। कांग्रेस गुटों में बंटी नहीं है, हम एक हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी नेता सर्वसम्मति से चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनें। चुनाव की प्रक्रिया अगले साल सितंबर में शुरू होगी। उन्होंने कहा कि सभी ने एकमत से सहमति व्यक्त की कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए लेकिन यह उन पर निर्भर है कि वह बनेंगे या नहीं।
वहीं, कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कहे जाने के सवाल पर राहुल गांधी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में कहा कि वे इस पर विचार करेंगे। अशोक गहलोत ने अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कार्यसमिति ने राजनीतिक स्थिति,, मुद्रास्फीति और कृषि संकट व भारत के किसानों पर हमले को लेकर तीन प्रस्ताव पारित किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऊपर से नीचे तक एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम करने जा रही है। सभी स्तरों पर कार्यकर्ताओं और नेताओं को पार्टी की विचारधाराओं, नीतियों, एक कांग्रेस कार्यकर्ता की अपेक्षाओं, जमीनी स्तर पर संदेश भेजने, चुनाव एमजीएमटी, वर्तमान सरकार की विफलता और प्रचार का मुकाबला करने में प्रशिक्षित किया जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया इस साल एक नवंबर से शुरू होगी, जो अक्टूबर 2022 तक चलेगी। सितंबर 2022 तक कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलेगा। एक नवंबर से कांग्रेस का सदस्यता अभियान शुरू होगा, जोकि 31 मार्च 2022 तक चलेगा. कांग्रेस देशभर में जनजागरण अभियान चलाएगी। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ यह अभियान चलाया जाएगा।