सोनिया को लिखे पत्र पर राहुल गांधी का सवाल, आजाद बोले- बीजेपी से मिलीभगत सिद्ध हो तो दूंगा इस्तीफा
कांग्रेस में नेतृत्व के मुद्दे पर चल रही चर्चा के बीच पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आज यानी सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी के सदस्यों से "पार्टी अध्यक्ष के कर्तव्य से उन्हें मुक्त करने की प्रक्रिया की दिशा में विचार-विमर्श शुरू करने के लिए कहा। हालांकि इस दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया।इसके अलावा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नेतृत्व को लेकर 23 नेताओं द्वारा सोनिया को भेजी गई चिट्ठी को भाजपा के साथ मिलीभगत करार दिया है। जिसपर पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद ने प्रतिक्रिया दी है।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शीर्ष नेताओं द्वारा लिखी गई चिट्ठी का हवाला दिया है, जिसमें नेताओं ने संगठन में बड़े बदलाव की मांग की है। इस दौरान मनमोहन सिंह और ए.के. एंटनी ने कहा कि सोनिया गांधी को तब तक जारी (पार्टी अध्यक्ष के पद पर) रहना चाहिए जब तक पार्टी का नया अध्यक्ष नहीं चुन लिया जाता। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान सोनिया गांधी ने नए पार्टी प्रमुख का चयन करने के लिए प्रक्रिया शुरू करने का आह्वान किया है।
राहुल की बात साबित होने पर दे दूंगा इस्तीफा: गुलाम नबी
पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि यदि राहुल गांधी का भाजपा के साथ मिलीभगत वाला बयान साबित हो जाता है तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
राहुल पर कपिल सिब्बल ने किया पलटवार
सूत्रों के अनुसार, बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा (पार्टी नेतृत्व में सुधारों के लिए सोनिया गांधी को पत्र) भाजपा के साथ मिलीभगत की वजह से किया गया। इसपर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने जवाब देते हुए कहा, 'पिछले 30 सालों में हमने कभी भी किसी मुद्दे पर भाजपा के पक्ष में बयान नहीं दिया। इसके बावजूद हम भाजपा के मिलीभगत कर रहे हैं।'
पत्र पर चर्चा करने की जगह सीडब्ल्यूसी बैठक है न की मीडिया: राहुल गांधी
सूत्रों के अनुसार, सीडब्ल्यूसी बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि पत्र (पार्टी नेतृत्व के बारे में सोनिया गांधी) को उस समय लिखा गया था जब राजस्थान में कांग्रेस सरकार संकट का सामना कर रही थी। पत्र में जो कुछ लिखा गया है उसपर चर्चा करने का सही स्थान सीडब्ल्यूसी की बैठक था न कि मीडिया।
राहुल गांधी ने पत्र भेजे जाने के समय पर उठाए सवाल
सोनिया गांधी का कहना है कि उन्होंने केसी वेणुगोपाल को एक नोट दिया है (कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं द्वारा पार्टी नेतृत्व को लिखे गए पत्र का जवाब) और वे इसे पढ़ेंगे। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने पार्टी के सहयोगियों द्वारा पत्र के समय जिक्र करते हुए इसकी आलोचना की। राहुल गांधी ने कहा कि जब सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती थीं उस समय पत्र (पार्टी नेतृत्व पर) क्यों भेजा गया।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई शुरू
कांग्रेस कार्यसमिति की आभासी बैठक शुरू हो गई है। इसमें मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी वाड्रा, कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित कांग्रेस के नेता शामिल हो गए हैं।
कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के बाहर लगाए नारे
दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के बाहर नारे लगाए। उन्होंने मांग की कि पार्टी अध्यक्ष गांधी परिवार से होना चाहिए। कांग्रेस कार्यकर्ता जगदीश शर्मा ने कहा, 'हम गांधी परिवार से पार्टी अध्यक्ष चाहते हैं। यदि किसी बाहरी व्यक्ति को अध्यक्ष बनाया जाता है तो पार्टी नष्ट और टूट जाएगी।'
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बैठक शुरू होने से पहले जानकारी दी कि सीडब्ल्यूसी की बैठक सोमवार को सुबह 11 बजे शुरू होगी। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में हालिया राजनीतिक मुद्दों, अर्थव्यवस्था की स्थिति और कोरोना वायरस संकट समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर एक साल की अवधि पूरा कर चुकी हैं सोनिया
उल्लेखनीय है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक उस समय हो रही है जब अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी एक साल की अवधि पूरा कर चुकी हैं। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। पिछले कुछ हफ्तों के दौरान कांग्रेस के कई नेता खुलकर यह मांग कर चुके हैं कि एक बार फिर राहुल गांधी को कांग्रेस की बागडोर सौंपी जाए। हाल ही में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि कांग्रेस के 100 फीसदी कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल गांधी फिर से पार्टी का नेतृत्व करें।
पार्टी के बड़े नेताओं ने सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी
बैठक से पहले कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी है। जिसमें उन्होंने पार्टी में बड़े पैमाने पर बदलाव करने की मांग की है। चिट्ठी लिखने वालों में 5 पूर्व सीएम, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य और कई पूर्व केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। बता दें कि यह चिट्ठी ऐसे समय में लिखी गई है जब आज यानी सोमवार को सुबह 11 बजे कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग रखी गई है।
इस चिट्ठी में हस्ताक्षर करने वालों में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर जैसे कई बड़े नेता सीडब्ल्यूसी के पदाधिकारी शामिल हैं।
2019 में राहुल गांधी ने दे दिया था इस्तीफा
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में लगातार दूसरी बार कांग्रेस द्वारा खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी को तब अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और यहां तक कि उनका विस्तारित कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो गया था।
इस महीने की शुरुआत में, सोनिया ने राहुल और प्रियंका गांधी के साथ-साथ पार्टी के नेताओं अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल से कहा था कि उन्होंने पार्टी के अंतरिम प्रमुख के रूप में एक साल पूरा कर लिया है और जल्द से जल्द एक पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त किया जाना चाहिए।