लालू के अदालती फैसले से गठबंधन पर नहीं पड़ेगा असर: कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि लालू के अदालती फैसले से गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जब यह मामला शुरू हुआ था तब भी राजद से गठबंधन रहा था। साथ ही मांग की कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी वाले जांच दल से सृजन मामले की जांच कराई जानी चाहिए क्योंकि चारा घोटाले और इस मामले का आधार एक ही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, लालू का मामला आज तो शुरू नहीं हुआ है। यह मामला 1993-94 में शुरू हुआ था। तब से आज के बीच राजद के साथ हमारा गठबंधन रहा है। यूपीए-वन और सराकर में भी शामिल रहे हैं। महागठबंधन का हिस्सा रहे हैं क्योंकि फौजदारी के मामले और राजनीतिक गठबंधन दो अलग-अलग चीजें हैं। कानून अपना काम करेगा।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी वाले जांच दल से सृजन मामले की भी जांच कराई जानी चाहिए क्योंकि सृजन घोटाले में भी सरकारी कोष के दुरूपयोग का आरोप है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जहां तक सीबीआई और ईडी का सवाल है, यदि आप उनसे उम्मीद करते हैं कि भाजपा का जेडीयू से गठबंधन है तो क्या वह मुख्यमंत्री या किसी मंत्री की जांच करेंगे तो यह काल्पनिक पतंग की उड़ान है। मनीष तिवारी ने कहा कि सीबीआई सरकार के मन मुताबिक काम करने वाले तोते की तरह बर्ताव कर रही है। टू-जी मामले पर सीबीआई अदालत के फैसलों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अदालत का फैसला अभी वेबसाइट पर अपलोड भी नहीं हुआ था कि सीबीआई एवं ईडी ने कह दिया कि वह इसके खिलाफ अपील करेगी। सीबीआई एवं ईडी सरकार की संस्थाएं हैं और उन्हें निष्पक्ष, तथ्यपरक एवं पारदर्शी ढंग से काम करना चाहिए।