दिल्ली भाजपा में उठापटक का दौर, वरिष्ठ नेता दरकिनार
माना जा रहा है कि दोनों पर प्रदेश संगठन में गुटबाजी को बढ़ावा देने का आरोप है। लिहाजा आलाकमान ऐसे कदम पर पहले ही मन बना चुका था। सूत्रों के मुताबकि, पार्षदों के टिकट बंटवारे में भी विजय गोयल गुट को तरजीह दी गई तथा अरुण जेटली गुट के पर कतरे गए जिससे प्रदेश स्तर पर पार्टी में गुटबाजी को खासा बढ़ावा मिला और गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी।
इसे लेकर आलाकमान को शिकायत की गई थी और आलाकमान ने दोनों नेताओं को दरकिनार कर दिया। अब यह नेता निगम चुनाव से जुड़ा फैसला नहीं ले पाएंगे। पार्षदों को टिकट न देने के चलते भाजपा का असंतुष्ट गुट लगातार पार्टी उम्मीदवारी पर सेंध लगा रहा है।
पार्टी ने ऐसे करीब तीन दर्जन नेताओं की पहचान की जिन्होंने पार्टी उम्मीदवार के विरोध में प्रचार किया है। कई उम्मीदवार बागी के तौर पर मैदान हैं तो कुछ पार्टी के साथ रहकर भितरघात कर रहे हैं। पार्टी के कई पदाधिकारी इलाके के सांसद तक को चुनौती दे रहे हैं।