पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ ने छोड़ी भाजपा, फिर से थामा कांग्रेस का दामन
पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ ने भाजपा छोड़ दी है। उन्होंने फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कृष्णा तीरथ साल 2015 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थीं। दिल्ली की राजनीति में कृष्णा तीरथ को बड़ा दलित चेहरा माना जाता है। यह भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
शुक्रवार दोपहर कृष्णा तीरथ ने कांग्रेस कार्यालय में दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अभिषेक मनु सिंघवी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण ली। कृष्णा तीरथ यूपीए सरकार में बाल विकास मंत्री रह चुकी हैं। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने कुछ दिन पहले कृष्णा तीरथ के वापस आने की इच्छा का जिक्र किया था। शीला दीक्षित ने कहा था, 'उन्होंने वापस आने की इच्छा जाहिर की है और पार्टी हाईकमान को चिट्ठी भी लिखी है। जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।'
कौन हैं कृष्णा तीरथ
कृष्णा तीरथ मनमोहन सिंह सरकार में बाल विकास मंत्री रह चुकी हैं। उन्हें साल 2014 में कांग्रेस ने दिल्ली की उत्तर पश्चिम सीट से लोकसभा उम्मीदवार बनाया था। लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार उदित राज से चुनाव हार गईं थीं। इसके बाद साल 2015 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें पार्टी ज्वॉइन करवाई थी। कृष्णा तीरथ 19 जनवरी 2015 में भाजपा में शामिल हुई थीं।
कृष्णा तीरथ पर राजनीति का लंबा अनुभव है। वह साल 1984 से लेकर 2004 तक कांग्रेस विधायक रहीं। 1998 में कृष्णा तीरथ ने शीला दीक्षित सरकार में समाज कल्याण, एससी और एसटी और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली। 2003 में कृष्णा तीरथ दिल्ली सरकार में डिप्टी स्पीकर बनीं।