देशमुख हत्या के मामले में फंसाने का डाल रहे थे दबाव, परमबीर सिंह का गंभीर आरोप
एंटीलिया और मनसुख हिरेन की हत्या मामले में पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर पद से हटाकर डीजी होम गार्ड बनाए गए परमबीर सिंह ने देशमुख पर एक और बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि देशमुख सांसद डेलकर मौत के मामले में उन पर बीजेपी नेताओं को फंसाने का दबाव डाल रहे थे। सोमवार को मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके अपने ट्रांसफर को चुनौती दी तो गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की। परमबीर सिंह ने याचिका में देशमुख पर लगाए गए आरोपों को दोहराया है।
परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूली का टारगेट दिया था। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, परमबीर सिंह ने याचिका में कहा है कि गृहमंत्री देशमुख सांसद मोहन डेलकर की मौत के मामले बीजेपी नेताओं को फंसाने का दबाव बना रहे थे।
याचिका में कहा गया है कि सांसद मोहन डेलकर होटल में मृत पाए गए थे। उनके पास 15 पेज का सुइसाइड नोट भी मिला था। शुरुआती जांच के बाद याचिकाकर्ता ने जांच शुरू की और पुलिस विभाग के कानूनी सेल से सलाह मांगी। याचिकाकर्ता पर गृहमंत्री ने दबाव डाला के बीजेपी के कुछ नेताओं को किसी तरह फंसाया जाए और पूरे मामले को राजनीतिक रूप देने के लिए बहुत दबाव डाला गया लेकिन वे इस दबाव में नहीं आए।
दादर नगर हवेली के सात बार के लोकसभा सदस्य मोहन डेलकर 22 फरवरी को मुंबई के ए मरीन ड्राइव के एक होटल में मृत पाए गए गए थे। महाराष्ट्र पुलिस मामले की जांच कर रही है।