प्रणब मुखर्जी की राह पर दिग्विजय, बोले- आरएसएस बुलाता तो मैं भी जाता
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आरएसएस कार्यक्रम में जाने को लेकर काफी हंगामा हुआ था। कांग्रेस के कई नेताओं के अलावा उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी भी अपने पिता के फैसले के खिलाफ खड़ी थीं। लेकिन अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उनके संघ कार्यालय जाने को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि अगर आरएसएस ने उन्हें भी न्योता दिया होता तो वे भी जाते।
ईकनॉमिक टाइम्स से विशेष बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा, “यदि आरएसएस ने मुझे बुलाया होता तो मैं भी जाता। आरएसएस सरसंघचालक के साथ मंच साझा करने में क्या बुराई है? मैं गया होता और उनको आईना दिखाता और अपनी विचारधारा को सबके सामने रखता।”
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह आरएसएस के कठोर आलोचकों में से एक हैं। इससे पहले उन्होंने आरएसएस पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने एक मीडिया चैनल से कहा कि आरएसएस का प्रचारक अजमेर दरगाह केस में दोषी पाया गया है। सुनील जोशी जो की संघ का प्रचारक है जो की बॉम्ब ब्लास्ट में आरोपी था उसकी हत्या किसने की। संघ ये लोग भाजपा के फुट सोल्जर हैं, आरएसएस के फुट सोल्जर हैं। उन्होंने कहा कि ये एक विचार है। वो विचार जिसने महात्मा गांधी की हत्या की, जिसने कलबुर्गी की हत्या की, जिसने गौरी लंकेश की हत्या की। ये विचारधारा हिंसा के लिए प्रेरित करती है।
हालांकि दिग्विजय सिंह आरएसएस के खिलाफ लगातार बोलते रहे हैं। लेकिन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दिग्विजय का आरएसएस के बुलावे पर जाने के प्रणब के फैसले के समर्थन ने सूबे में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है।