'जाति जनगणना पर सभी पार्टियों के साथ हो बातचीत', खड़गे ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जाति सर्वेक्षण के लिए तेलंगाना मॉडल अपनाने, आरक्षण के लिए 50 प्रतिशत की सीमा हटाने और निजी शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जातियों, जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्गों के लिए आरक्षण प्रदान करने वाले अनुच्छेद 15(5) को तुरंत लागू करने का आग्रह किया है।
मोदी को लिखे पत्र में खड़गे ने प्रधानमंत्री से जाति जनगणना के मुद्दे पर जल्द ही सभी राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करने का भी आह्वान किया।
खड़गे ने कहा, "जाति जनगणना जैसी कोई भी प्रक्रिया, जो हमारे समाज के पिछड़े, उत्पीड़ित और हाशिए पर पड़े वर्गों को उनके अधिकार प्रदान करती है, उसे किसी भी तरह से विभाजनकारी नहीं माना जाना चाहिए।"
उन्होंने 5 मई को मोदी को लिखे पत्र में कहा, "हमारा महान राष्ट्र और हमारे बड़े दिल वाले लोग हमेशा जरूरत पड़ने पर एकजुट हुए हैं, जैसा कि हमने हाल ही में पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमलों के बाद किया है।"
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि संविधान की प्रस्तावना में किए गए वादे के अनुसार सामाजिक और आर्थिक न्याय तथा स्थिति और अवसर की समानता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तरीके से जाति जनगणना कराना नितांत आवश्यक है।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने खड़गे के पत्र को साझा करते हुए कहा, "2 मई को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने कल रात प्रधानमंत्री को जाति जनगणना पर श्री मोदी के अचानक और हताशापूर्ण यू-टर्न के बारे में पत्र लिखा - जबकि क्रूर पहलगाम आतंकी हमलों पर देश की पीड़ा और गुस्सा लगातार जारी है।"
उन्होंने कहा, "खड़गे जी ने तीन बहुत ही विशिष्ट सुझाव दिए हैं।"