"जाति-धर्म के आधार पर लोगों को तोड़ना, यह हिंदुत्व नहीं": राहुल गांधी के बयान पर बोले संजय राउत
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का हवाला देते हुए भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि जाति धर्म के नाम पर लोगों को तोड़ना हिंदुत्व नहीं है। उन्होंने यहां तक कहा कि भाजपा को गांधी के विचार पर एक चिंतन बैठक करनी चाहिए।
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने कहा, "राहुल गांधी ने कहा है कि भाजपा को हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है, और देश के लोगों को भी यही लगने लगा है। दंगे कराना, जाति-धर्म के आधार पर लोगों को तोड़ना, यह हिंदुत्व नहीं है। हम इसे हिंदुत्व नहीं मानते।"
उन्होंने कहा, "हिंदुत्व एक संस्कार, संस्कृति है। यह धर्म सभी को साथ लेकर आगे बढ़ता है। अगर आपने यह सब खत्म कर दिया है तो आपको (भाजपा) हिंदुत्व पर बात करने का अधिकार नहीं। अगर राहुल गांधी ऐसा कहते हैं तो भाजपा को इस पर चिंतन बैठक करनी चाहिए।"
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">राहुल गांधी ने कहा है कि भाजपा को हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है, और देश के लोगों को भी यही लगने लगा है। दंगे कराना, जाति-धर्म के आधार पर लोगों को तोड़ना, यह हिंदुत्व नहीं है। हम इसे हिंदुत्व नहीं मानते। हिंदुत्व एक संस्कार, संस्कृति है। यह धर्म सभी को साथ लेकर आगे बढ़ता है।… <a href="https://t.co/BWRd435hPn">pic.twitter.com/BWRd435hPn</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1701095720357687730?ref_src=twsrc%5Etfw">September 11, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
फ्रांस के अग्रणी सामाजिक विज्ञान संस्थान, पेरिस में साइंसेज पीओ यूनिवर्सिटी में शनिवार को बातचीत के दौरान, 53 वर्षीय विपक्षी नेता ने अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा', विपक्षी गठबंधन की रक्षा की लड़ाई भारत की लोकतांत्रिक संरचनाओं, बदलती वैश्विक व्यवस्था और अन्य प्रमुख मुद्दों की रक्षा के लिए विपक्षी गठबंधन की लड़ाई जैसे कई विषयों पर चर्चा की।
राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा, "मैंने 'गीता' पढ़ी है, मैंने कई उपनिषद पढ़े हैं, मैंने कई हिंदू किताबें पढ़ी हैं; भाजपा जो करती है उसमें कुछ भी हिंदू नहीं है, बिल्कुल भी नहीं। किसी विद्वान हिंदू व्यक्ति से मैंने कभी नहीं सुना कि आपको अपने से कमजोर लोगों को आतंकित करना चाहिए, नुकसान पहुंचाना चाहिए।"
"इसलिए, यह विचार, यह शब्द, हिंदू राष्ट्रवादियों, यह एक गलत शब्द है। वे हिंदू राष्ट्रवादी नहीं हैं। उनका हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। वे किसी भी कीमत पर सत्ता हासिल करना चाहते हैं, और वे सत्ता पाने के लिए कुछ भी करेंगे। वे कुछ लोगों का प्रभुत्व चाहते हैं और यही उनका उद्देश्य है। उनके बारे में कुछ भी हिंदू नहीं है।"
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि भारत के 60% लोगों ने विपक्षी दलों को वोट दिया, जबकि सिर्फ 40% ने सत्तारूढ़ दल को वोट दिया। उन्होंने कहा, "तो यह विचार कि बहुसंख्यक समुदाय भाजपा को वोट दे रहा है, यह एक गलत विचार है। बहुसंख्यक समुदाय वास्तव में उन्हें वोट देने से ज्यादा हमें वोट देते हैं।"