गौतम गंभीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश, बिना मंजूरी के रैली करने का आरोप
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार गौतम गंभीर के खिलाफ चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। गंभीर पर बिना इजाजत रैली करने का आरोप है। गौतम गंभीर का यहां से कांग्रेस के अरविंदर लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना से मुकाबला है। पूर्व क्रिकेटर गंभीर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं।
25 अप्रैल को दिल्ली के जंगपुरा में गौतम गंभीर ने एक रैली की थी, जिसकी इजाजत प्रशासन ने नहीं दी थी। क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने कहा था कि गौतम गंभीर को बिना इजाजत रैली आयोजित करने के लिए कार्रवाई का सामना करना होगा।
इससे पहले आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को दावा किया कि पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार गौतम गंभीर का नाम मतदाता सूची में दो बार दर्ज है। इस मामले में आप ने गंभीर के खिलाफ तीस हजारी कोर्ट में आपराधिक शिकायत दर्ज की है। कोर्ट में मामले की सुनवाई की तारीख 1 मई है।
दो मतदाता पहचान पत्र का आरोप
पूर्वी दिल्ली से आप की प्रत्याशी आतिशी ने कहा कि यह आपराधिक मामला है और गंभीर को फौरन अयोग्य करार दिया जाना चाहिए। आतिशी का आरोप है कि गंभीर के पास राजेंद्र नगर और करोल बाग के दो मतदाता पहचान पत्र हैं और उन्हें इस जुर्म के लिए 1 साल तक की कैद की सजा का सामना करना पड़ सकता है।
भाजपा का पलटवार
आरोपों पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा किआप चुनाव हार रही है। इसीलिए वह इस तरह के मुद्दों को उठा रही है। तिवारी ने कहा कि गंभीर के सभी दस्तावेज सही हैं और उन्हें चुनाव लड़ने से कोई नहीं रोक सकता। तिवारी ने कहा, "हम सकारात्मक राजनीति के लिए आए हैं और आप की नकारात्मक राजनीति से प्रभावित नहीं होंगे।"
क्या है कानून?
जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 17 के अनुसार, कोई भी व्यक्ति एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता के रूप में नामांकित होने का हकदार नहीं है। धारा 31 के तहत मतदाता सूची में शामिल होने की झूठी घोषणा की जाती है तो एक साल तक की जेल की सजा हो सकती है। नतीजतन, दो या दो से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता के रूप में पंजीकरण प्राप्त करने के लिए की गई ऐसी कोई भी घोषणा एक वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों के साथ दंडनीय अपराध है।
सबसे अमीर उम्मीदवार
पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर सालाना कमाई के मामले में सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। नामांकन के दौरान लगाए गए हलफनामे के मुताबिक, गंभीर की सालाना कमाई 12 करोड़ रुपये से अधिक है। गंभीर ने 2017-18 में भरे गए इनकम टैक्स रिटर्न मुताबिक अपनी वार्षिक कमाई 12.4 करोड़ रुपये दिखाई है।