राजस्थान के पूर्व मंत्री के आवास पर ईडी का छापा, कांग्रेस ने निंदा की तो भाजपा ने लिया एजेंसी का पक्ष
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मंगलवार को राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर छापेमारी के बाद, कांग्रेस ने इस घटनाक्रम की निंदा की, जबकि भाजपा जांच एजेंसियों की कार्रवाई के समर्थन में सामने आई।
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीका राम जूली ने खाचरियावास के आवास पर केंद्रीय एजेंसी की छापेमारी की निंदा की। उन्होंने कहा, " पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। इससे घबराकर भाजपा सरकार ने उनके घर केंद्रीय एजेंसियां भेज दी हैं। 2020 में भी उन्हें इसी तरह परेशान करने की कोशिश की गई थी। राजनीतिक बदले की भावना से प्रताप सिंह खाचरियावास के खिलाफ की जा रही यह कार्रवाई निंदनीय है।''
यह तलाशी पर्ल एग्रो कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) के मामले में है, जिसमें निवेशकों के साथ 48,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इसके अलावा, पीएसीएल और सहयोगी संस्थाओं की संपत्तियों को अवैध रूप से बेचने के लिए
दिवंगत निर्मल सिंह भंगू के सहयोगियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में ईडी की कई टीमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली में 15 स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं।
केंद्रीय एजेंसियों का समर्थन करते हुए राजस्थान के मंत्री और भाजपा नेता जोगाराम पटेल ने ईडी की कार्रवाई का बचाव किया और कहा कि एजेंसी स्वतंत्र रूप से काम करती है और किसी को विशेष रूप से निशाना नहीं बनाया जा रहा है।
पटेल ने कहा, "भाजपा सरकार में किसी को निशाना बनाकर कोई काम नहीं होता। ईडी या कोई अन्य एजेंसी स्वतंत्र रूप से काम करती है। उनका यह बयान कि जब उनकी सरकार आएगी तो वे भी ऐसा ही करेंगे, ठीक नहीं है, खासकर एक जनप्रतिनिधि के तौर पर। इस मामले में भैरों सिंह शेखावत का नाम लेना ठीक नहीं है।"
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने भी दोहराया कि यदि कुछ गलत हुआ है तो वह अंततः सामने आ ही जाएगा।
बैरवा ने एएनआई से कहा, "मुझे ऐसी किसी कार्रवाई के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन अगर ऐसा हो रहा है और वे आरोप लगा रहे हैं, तो वे निराधार हैं क्योंकि एजेंसियां स्वतंत्र हैं। अगर कुछ गलत हुआ है, तो वह सामने आ जाएगा।"
अपने आवास पर ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता खाचरियावास ने कहा कि वह एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
राजस्थान के पूर्व मंत्री ने कहा, "आज वे यहां तलाशी और छापेमारी करने आए हैं, वे ऐसा कर सकते हैं। मैं उनके साथ सहयोग करने जा रहा हूं। ईडी अपना काम कर रही है और मैं अपना काम करूंगा। मेरा मानना है कि भाजपा को ईडी का इस्तेमाल कर राजनीति नहीं करनी चाहिए। प्रताप सिंह खाचरियावास किसी से नहीं डरते। मुझे ईडी की ओर से कोई नोटिस नहीं दिया गया। वे यहां आए और सीधे छापेमारी की।"
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह "किसी से नहीं डरते"।
खाचरियावास ने राजस्थान में पिछली अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में परिवहन विभाग संभाला था।
उन्होंने कहा, "अधिकारियों की कोई गलती नहीं है, उन्हें सरकार के निर्देशानुसार काम करना है। संविधान के अनुसार, उन्हें तलाशी लेने का अधिकार है और हम उनका पूरा सहयोग करेंगे। वे सब कुछ तलाशी ले सकते हैं, क्योंकि हम किसी से नहीं डरते। जो कोई भी उनके (भाजपा) खिलाफ बोलता है, उसके घर ईडी भेज दी जाती है।"
भाजपा को परोक्ष धमकी देते हुए खाचरियावास ने भाजपा को राज्य के इतिहास में हुए राजनीतिक बदलावों की याद दिलाई।
कांग्रेस नेता ने कहा, "सरकारें बदलती रहती हैं और समय भी बदलेगा। कल्पना कीजिए कि जब राहुल गांधी सत्ता में आएंगे तो भाजपा का क्या होगा। आपने (भाजपा ने) ये कार्यवाही शुरू की है, हम भी भाजपा के लोगों के खिलाफ यही करेंगे। वे जितनी चाहें उतनी तलाशी ले सकते हैं, हम डरने वाले नहीं हैं। हम अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे।"