केंद्र सरकार किसानों से बात करने को तैयार, फिर से 3 दिसंबर को वार्ता की अपील
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सरकार किसानों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। शनिवार को उन्होंने कहा, "पंजाब की सीमा से लेकर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर रोड पर अलग-अलग किसान यूनियन की अपील पर आज जो किसान भाई अपना आंदोलन कर रहे हैं, उन सभी से मैं अपील करना चाहता हूं कि भारत सरकार आपसे चर्चा के लिए तैयार है।" इससे पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से 3 दिसंबर को बातचीत की अपील की थी। इस बाबत शाह ने कहा, "3 दिसंबर को चर्चा के लिए आपको कृषि मंत्री जी ने निमंत्रण पत्र भेजा है। भारत सरकार आपकी हर समस्या और हर मांग पर विचार विमर्श करने के लिए तैयार है।"
पंजाब और हरियाणा सरीखे कई राज्यों के किसान दिल्ली चलो नारों के साथ कई बाधाओं को पार करते हुए दिल्ली पहुंच चूके हैं। किसानों ने अपना आंदोलन 26 नवंबर को शुरू किया था। जिसके बाद हरियाणा पंजाब और दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की तरफ से किसानों पर लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले और बैरिकेटिंग की गई। सर्द मौसम में हजारों की तादाद में आंदोलित किसानों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। अब किसानों को दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी स्थित निरंकारी समागम मैदान में प्रदर्शन करने की अनुमति दी है। हालांकि, कई किसान संगठन हाईवे पर हीं प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस द्वारा अस्थाई रूप से किसानों के लिए जेल बनाए जाने के लिए नौ स्टेडियम की मांग की थी जिसे केजरीवाल सरकार ने खारिज कर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "अलग-अलग जगह नेशनल और स्टेट हाइवे पर किसान भाई अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ इतनी ठंड में खुले में बैठे हैं, इन सब से मैं अपील करता हूं कि दिल्ली पुलिस आपको एक बड़े मैदान में स्थानांतरित करने के लिए तैयार है, जहां आपको सुरक्षा व्यवस्था और सुविधाएं मिलेंगी।" उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा, अगर किसान रोड की जगह निश्चित किए गए स्थान पर अपना धरणा-प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढ़ंग से, लोकतांत्रिक तरीके से करते हैं तो इससे किसानों की भी परेशानी कम होगी और आवाजाही कर रही आम जनता की भी परेशानी कम होगी।