किसान आंदोलन को लेकर विपक्षी दल हुए लामबंद, आज राष्ट्रपति कोविंद से राहुल-पवार समेत कई नेता करेंगे मुलाकात
नए कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे किसानों के प्रदर्शन का आज तेरहवां दिन है। किसानों के आवाह्न पर मंगलवार को भारत बंद रहा। अब विपक्षी दल भी लामबंद करते नजर आ रहे हैं। दरअसल, इस बाबत विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा। कल हीं किसानों और केंद्र के बीच छठे दौर की बैठक है। वहीं, आज शाम सात बजे गृह मंत्री अमित शाह की तेरह किसान संगठनों के साथ बैठक है। सीपीआई(एम) के नेता सीतारम येचुरी ने कहा है कि विपक्षी दलों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल कल शाम 5 बजे राष्ट्रपति से मिलेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी समेत अन्य पांच लोग शामिल हैं।
सीताराम येचुरी ने कहा, ''प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी, शरद पवार और अन्य नेता शामिल होंगे। कोरोना महामारी की वजह से सिर्फ 5 लोगों को हीं मिलने की अनुमति दी गई है।'' इससे पहले नए कृषि कानून को लेकर विपक्षी दल इस मुद्दे पर सामूहिक रूप से बातचीत करेंगे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात से पहले सामूहिक वार्ता करेंगे।
इससे पहले सोमवार को आगरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की वर्चुअल तरीके से शुरुआत करने के बाद अपने संबोधन में किसी का जिक्र किए बगैर कहा था कि पुराने कानूनों का रिफॉर्म नहीं किया जाता है तो वो नई सदी में बोझ बन जाते हैं। पीएम ने कहा था, "नई सुविधाओं और व्यवस्थाओं के लिए सुधार बहुत जरूरी हैं। हम पिछली सदी के कानून लेकर अगली शताब्दी का निर्माण नहीं कर सकते। जो कानून पिछली शताब्दी में बहुत उपयोगी हुए, वे अगली शताब्दी के लिए बोझ बन जाते हैं और इसलिए सुधार की लगातार प्रक्रिया होनी चाहिए।"