महबूबा के पाक वाले बयान से फारूक ने किया किनारा, कहा- हमें अपने वतन से मतलब
जम्मू-कश्मीर को लेकर बुधवार को प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने गुपकार गठबंधन की सहयोगी महबूबा मुफ्ती के पाक से बातचीत वाले बयान से पल्ला झाड़ लिया है। दिल्ली पहुंचने पर फारूक अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर कहा कि हमें पाकिस्तान के बारे में बात नहीं करनी है बल्कि अपने वतन को लेकर चर्चा करनी है। अब्दुल्ला ने कहा कि हमें अपने वतन से ही मतलब हैं और उसके पीएम से ही बात करने के लिए हम यहां आए हैं। हालांकि फारूक अब्दुल्ला ने यह बताने से इनकार कर दिया कि वह पीएम की मीटिंग में किस मुद्दे पर बात करेंगे।
अब्दुल्ला ने 'आज तक' न्यूज चैनल से बातचीत में पीएम मोदी की ओर से मीटिंग बुलाए जाने का भी स्वागत किया। अब्दुल्ला ने कहा कि यह देर से आने, लेकिन दुरुस्त आने जैसा है। अब्दुल्ला ने कहा कि हम उम्मीद करेंगे कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हम लोगों की बात को शांति से सुनें और कोई ऐसा हल निकालें, जिससे राज्य में अमन कायम हो। यही नहीं उन्होंने कहा कि पीएम मोदी संग मीटिंग के बाद हम मीडिया को इस बारे में जानकारी देंगे कि हमने क्या प्रस्ताव रखे और क्या बात हुई। फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी से मांगों को लेकर कहा, 'हम चाहते तो आसमान हैं, लेकिन फिलहाल उनसे बात करेंगे ताकि राज्य में अमन कायम हो सके।'
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने जा रही सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर के नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं।
जानें क्या बोली थीं महबूबा मुफ्ती
बता दें कि इसी सप्ताह गुपकार अलायंस की मीटिंग के बाद महबूबा ने कहा था कि कश्मीर के मसले पर केंद्र सरकार को पाकिस्तान से भी बात करनी चाहिए। महबूबा ने कहा था, 'यदि सरकार अफगानिस्तान में तालिबान से बात कर सकती है तो फिर कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान से बात क्यों नहीं हो सकती।' उनके इस बयान के बाद जम्मू में इसका विरोध हो रहा है और गुरुवार सुबह ही डोगरा फ्रंट नाम के संगठन से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे और महबूबा मुफ्ती को जेल भेजने की मांग की।