Advertisement
25 January 2018

किसी धर्म-जाति की भावनाओं को आहत करने वाली फिल्में नहीं बनानी चाहिए: दिग्विजय सिंह

FILE PHOTO

फिल्म पद्मावत की रिलीज को लेकर एक तरफ करणी सेना जैसे संगठन विरोध पर अड़े हैं तो वहीं दूसरी ओर इस फिल्म का स्वागत भी किया जा रहा है। लेकिन सेंसर बोर्ड और सुप्रीम कोर्ट से फिल्म पद्मावत को हरी झंडी मिलने के बाद भी फिल्म का विरोध और इस पर टीका टिप्पणी समझ से परे है। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पद्मावत फिल्म पर बयान दिया है।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसी धर्म या जाति की भावनाओं को आहत करने वाली फिल्मों को नहीं बनाया जाना चाहिए।

वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यह पुराने घावों को खोलता है, और यही कारण है कि इस तरह की फिल्मों को नहीं बनाया जाना चाहिए। इसका ऐतिहासिक महत्व क्या है? शून्य। वे कहते हैं कि इसका इतिहास के साथ कुछ लेना देना नहीं है, तो आप इसे क्यों बना रहे हैं? इसके अलावा, राहुल गांधी भी इस पर एक स्टैंड नहीं क्यों ले रहे हैं?

Advertisement

पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को तोड़फोड़ की इजाजत नहीं देती तो जो विरोध कर रहे हैं उनके साथ बैठकर इसे सुलझाया जाए।

 

 

 

 

 

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Films which hurt sentiments, religion, caste, not made, Digvijaya Singh, Padmaavat
OUTLOOK 25 January, 2018
Advertisement