गडकरी का फिर विवादित बयान, 'जो घर नहीं संभाल सकता, वह देश क्या संभालेगा'
लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का विवादित बयान देने का सिलसिला लगातार जारी है। अपने ताजा बयान में नितिन गडकरी ने कहा है कि भाजपा कार्यकर्ताओं को पहले अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहिए क्योंकि जो ऐसा नहीं कर सकता, वह ‘देश नहीं संभाल सकता। लोकसभा चुनाव से पहले नितिन गडकरी के इस बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
'हम भाजपा और देश के लिए जीवन समर्पित करना चाहते हैं'
दरअसल, भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पूर्व कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, ‘मैं कई लोगों से मिला हूं जिन्होंने कहा है कि हम भाजपा, देश के लिए अपना जीवन समर्पित करना चाहते हैं। मैं ऐसे लोगों से कहता हूं, आप क्या कर रहे हैं और आपके परिवार में और कौन लोग हैं। वह बताता है कि मैंने अपनी दुकान बंद कर दी है क्योंकि वह ठीक से नहीं चल रही थी, घर में पत्नी, बच्चे हैं।'
'जो घर नहीं संभाल सकता, वह देश क्या संभालेगा'
साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे कहता हूं, पहले अपने घर की देखभाल करें, क्योंकि जो अपना घर नहीं संभाल सकता, वह देश नहीं संभाल सकता। ऐसे में पहले अपना घर संभालें और अपने बच्चे, संपत्ति देखने के बाद पार्टी और देश के लिए काम करें।'
इससे पहले भी दिया था ये बयान
बता दें कि इससे पहले भी नितिन गडकरी के एक बयान से सियासी पारा गरमा गया था। ईशा कोप्पिकर को बीजेपी में शामिल कराने के कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा था कि सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते हैं, पर दिखाए हुए सपने अगर पूरे नहीं किए तो जनता उनकी पिटाई भी करती है। इसलिए सपने वही दिखाओ जो पूरे हो सकें। गडकरी ने कहा कि मैं सपने दिखाने वाले में से नहीं हूं, मैं जो बोलता हूं वो 100 फीसदी डंके की चोट पर पूरा करता हूं।