बिहार दंगा आरोपियों से गिरिराज सिंह ने की मुलाकात, विपक्ष ने उठाए सवाल
एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की मॉब लिन्चिंग के आरोपियों को माला पहनाने से उपजा विवाद अभी रुका भी नहीं था कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बिहार दंगों के आरोपियों से मिलने शनिवार को नवादा जेल पहुंच गए। इसे लेकर विपक्ष एक बार फिर भाजपा पर हमला बोलने में जुट गया है।
बिहार के नवादा से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को जेल में बंद हिंसा के आरोपियों जिला बजरंग दल के संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू और विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष कैलाश विश्वकर्मा से मुलाकात की।
वहीं रविवार को उन्होंने उनके परिवारवालों से मुलाकात की। इस दौरान गिरिराज सिंह काफी भावुक दिखे और रो पड़े। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस दौरान उन्होंने कहा, “उन्होंने हमेशा सभी परिस्थितियों में शांति बनाए रखने में मदद की है। आप उन्हें दंगाई कह सकते हैं? प्रशासन को देखना चाहिए कि क्या उन्होंने वास्तव में हिंसा को उकसाया है?”
2017 में शहर में हुए तनाव के मामले में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके लिए केन्द्रीय मंत्री ने जिला प्रशासन और पुलिस की निंदा की।
विपक्ष ने घेरा
इसे लेकर आप नेता और विधायक अल्का लांबा ने ट्वीट कर कहा कि गिरिराज सिंह कहते है, “भय के वातावरण से समाज नहीं चलता, कार्यकर्ता पर गलत तरीके से केस।”
उन्होंने कहा कि भाइयों-बहनों, याद रखना बिहार और झारखंड में इन्हीं भाजपाइयों की सरकार है,फिर आखिर इनके दंगाइयों को कौन झूठे मुकदमों में फंसा रहा है?
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि जयंत सिन्हा के बाद अब मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने नवादा जेल में बंद दंगे के आरोपी से मुलाकात की। आरोपी जितेंद्र प्रताप पिछले साल राम नवमी के मौके पर हुई सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोप में जेल में है। दंगों को लीगल ही क्यों नही कर देते..?